जयपुर

ना एमएलए ने सुनी और न ही पार्षद ने दिया जवाब, तो खुद ही सेनेटाइजेशन का सामान खरीद पांच मोहल्ले कर दिए साफ

वायरस से बचने के लिए शहर की बाहरी कॉलोनियों में सेनेटाईजेशन को लेकर समस्या बढ़ती जा रही है। इस बारे में लोगों का कहना है कि न तो एमएलए सुनता है और न ही पार्षद कोई जवाब देता है। इससे परेशानी कम होने की जगह बढ़ रही है। लोगों का आरोप है कि प्रशासन भी सिर्फ चारदीवारी क्षेत्र में ही सेनेटाईजेशन पर लगा हुआ है….

जयपुरMar 29, 2020 / 12:10 pm

dinesh

जयपुर। वायरस से बचने के लिए शहर की बाहरी कॉलोनियों में सेनेटाईजेशन को लेकर समस्या बढ़ती जा रही है। इस बारे में लोगों का कहना है कि न तो एमएलए सुनता है और न ही पार्षद कोई जवाब देता है। इससे परेशानी कम होने की जगह बढ़ रही है। लोगों का आरोप है कि प्रशासन भी सिर्फ चारदीवारी क्षेत्र में ही सेनेटाईजेशन पर लगा हुआ है जबकि चारदीवारी से बाहर भी सैंकड़ों कस्बों, कॉलोनियों और गलियों को इसका इंतजार है।

एमएलए ने नहीं सुनी, पार्षद बोला पता ही नहीं, खुद सामान खरीद लाए युवा
कालवाड़ के नजदीक स्थित सिरसी रोड में भी यही हाल है। वहां रहने वाले लोगों की यही समस्या है कि सेनेटाईजेशन का इंतजार कम नहीं हो रहा। बसंत विहार ए कॉलोनी में रहने वाले नरेन्द्र सिंह, हेम सिंह और रुपेन्द्र सिंह ने बताया कि एमएलए साहब कि पास गए तो उन्होनें कहा जल्द हो जाएगा। जल्द कब होगा इस बारे में जवाब नहीं दिया। पार्षद को कॉलोनी में सफाई के लिए बोला तो उसने भी हाथ उंचे कर दिए। पार्षद को यहां तक भी बोला कि आप सामान उपलब्ध करा देवें निगम से तो हम खुद ही सेनेटाईज कर लेंगे…। लेकिन उसके बाद तो पार्षद ने फोन उठाना ही बंद कर दिया। ऐसे हालात में कॉलोनी के कुछ लोगों ने करीब तीस हजार रुपए जमा किए और उसके बाद सेनेटाईजेशन का सामान खरीद लिया। आसपास की गई कॉलोनियों को दो दिन में सेनेटाइ्ज कर दिया गया है।

आगरा रोड पर भी लोगों को इंतजार
आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र में आने वाले आगरा रोड क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सेनेटाईजेशन हो रहा है लेकिन सिर्फ ट्रांसपोर्ट नगर और आसपास की बस्तियों में। कई बार एमएलए को कहा लेकिन बात नहीं बनी….। पार्षद लोग तो सुनने को ही तैयार नहीं…। ऐसे में सक्रमण का खतरा कम होने की जगह बढ़ता जा रहा है।

आदत से बाज नहीं आया नगर निगम, बंद नंबर ही दे दिए कलक्टर को
उधर जयपर नगर निगम है कि अपनी आदत से बाज नहीं आ रहा। जिला प्रशासन की ओर से जरुरी सविधाओं को लेकर जो नंबर जारी किए गए हैं उनमें नगर निगम का नंबर भी है। यह नंबर सेनेटाइजेशन और सफाई के लिए दिया गया है। लेकिन निगम का यह नंबर बंद है। इस नंबर पर लोगों ने हजारों फोन कर लिए लेकिन एक भी फोन नहीं उठा। निगम ने कलक्टर तक को वही नंबर दे दिया जो बंद था और जिला प्रशासन ने उन पर भरोसा करते हुए इस नंबर को सभी जगहों पर भेज दिया। अब शहर भर के लोग इन नंबरों पर फोन कर परेशान हो रहे हैं।

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