scriptआंगनबाड़ी केंद्र पर ‘जीरो ड्रॉप आउट’ तो मिलेगा ‘उजियारी पंचायत’ का खिताब | 'Zero drop out' at Anganwadi center will get 'Ujiyari Panchayat' title | Patrika News

आंगनबाड़ी केंद्र पर ‘जीरो ड्रॉप आउट’ तो मिलेगा ‘उजियारी पंचायत’ का खिताब

locationजयपुरPublished: Jun 02, 2018 10:22:59 am

Submitted by:

Teena Bairagi

प्रवेशोत्सव कार्यक्रम से पहले केंद्र का कराना होगा सर्वे

drop out

आंगनबाड़ी केंद्र पर ‘जीरो ड्रॉप आउट’ तो मिलेगा ‘उजियारी पंचायत’ का खिताब

—विभाग ने जारी किए निर्देश
—प्रवेशोत्सव कार्यक्रम से पहले केंद्र का कराना होगा सर्वे
जयपुर

टीना बैरागी शर्मा
ऐसे आंगनबाड़ी केंद्र जहां पर 3 से 6 साल के बच्चों का उनकी उम्र के अनुसार नामांकन हुआ है और उन्हें शाला पूर्व शिक्षा मिली है। वे अब जीरो ड्रॉप आउट की श्रेणी में शामिल होंगे। इतना ही नहीं जिस ग्राम पंचायत में ऐसा आंगनबाड़ी केंद्र होगा उस पंचायत को राज्य सरकार की ओर से ‘उजियारी पंचायत’ का खिताब भी दिया जाएगा। महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस बारे में सभी जिलाधिकारियों, महिला पर्यवेक्षकों और आंगनबाड़ी वर्कर को अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों पर निश्वित मापदंड के अनुसार पालना कराने के निर्देश जारी किए है। इसके अनुरुप ही केंद्र का सर्वे कराकर रिपोर्ट बनानी होगी।
विभाग की मानें तो ऐसा होने से अधिक से अधिक पंचायतों को ‘ड्रॉप आउट फ्री पंचायत—उजियारी पंचायत’ घोषित किया जा सकेगा। विभाग के अनुसार सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर 15 जून से 30 जून तक प्रवेशोत्सव कार्यक्रम मनाया जाना है। इसके तहत आंगनबाड़ी वर्कर, आशा सहयोगिनी व सहायिकाएं अपने—अपने क्षेत्र के प्रत्येक घर में जाकर आईसीडीएस के प्रमुख कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देंगी। ये कार्यक्रम किसी भी आंगनबाड़ी केंद्र को आदर्श केंद्र बनाने के लिए जरुरी है। इसके बाद ही केंद्र पर होने वाली गतिविधियों के बारे में सही रिपोर्ट बनाई जा सकेगी।
‘उजियारी पंचायत’ के ये हैं मापदंड—
—3 से 6 साल के बच्चों का चिन्हिकरण
—शाला पूर्व शिक्षा पूरी करने वाले बच्चों की संख्या
—छह साल की उम्र पूरी करने वाले बच्चों की संख्या
— इन्हें स्कूल में प्रवेश दिलाने की प्रक्रिया
वर्तमान स्थिति—
पूरे प्रदेश में है तकरीबन— 63 हजार आंगनबाड़ी केंद्र
इसमें मिनी आंगनबाड़ी केंद्र भी हैं शामिल
विभाग के तहत चल रही 304 परियोजनाएं
प्रत्येक केंद्र पर रोजाना आते हैं 15 से 25 बच्चे
एक केंद्र पर एक आंगनबाड़ी वर्कर और एक सहायिका
पोषाहार, शालापूर्व शिक्षा, टीकाकरण प्रमुख कार्यक्रम
नंद घर योजना के तहत केंद्र को गोद लेना का प्रावधान
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो