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पेट्रोल—डीजल के बढ़ते दाम रसोई के जायके को कर रहे फीका, सब्जियां डेढ़ से दो गुना हुई महंगी

locationजयपुरPublished: Oct 22, 2021 11:57:19 pm

Submitted by:

Ashwani Kumar

ईधन के दामों से बढ़ा परिवहन भाड़ा, अब कुछ जिलों में बारिश से सब्जियों की आवक भी हुई कम
 
. रसोई की सबसे बड़ी जरूरत टमाटर और प्याज पर हुआ सबसे ज्यादा असर

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जयपुर. पेट्रोल—डीजल के दाम लगातार बढऩे के बाद अब सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं। ज्यादातर सब्जियों के दाम में डेढ़ से दो गुने का अंतर आया है। सब्जी विक्रेताओं के अनुसार इन दिनों बारिश के कारण मंडी में सब्जियों की आवक भी कम हो गई है। फिलहाल, सब्जियों के बढ़ते दामों ने मध्यमवर्गीय परिवारों का बजट बिगाड़ दिया है।

मुहाना मंडी में टमाटर महाराष्ट्र के नासिक, मध्यप्रदेश के शिवपुरी व बेंगलुरु से आता है। फूलगोभी इंदौर, टोंक और पुष्कर से आ रही हैं। मिर्च सवाई माधोपुर मध्यप्रदेश से और पत्तागोभी महाराष्ट्र से आ रही है। मुहाना मंडी में प्याज के थोक दाम कुछ दिन पहले 20 रुपए प्रति किलो थे, जो बढ़कर 40 से 45 रुपए किलो तक हो चुके हैं। टमाटर 40 से 42 रुपए प्रति किलो है। यही हाल आलू का भी है। 20 से 25 रुपए प्रति किलो में बेचा जा रहा है। साथ ही शिमला मिर्च, हरी मिर्च, गोभी आदि सब्जियों के दामों में वृद्धि हुई है। सब्जी मंडी में सब्जी खरीद रहीं नीतू ने बताया की आजकल सब्जियों ने पूरा बजट बिगाड़ दिया है। सब्जी से सस्ता तो पनीर पड़ रही है।
आवक भी हो रही प्रभावित

शिवपुरी और बेंगलुरु से टमाटर जयपुर आता है। मुहाना मंडी में प्रतिदिन 15 से 18 गाड़ी आ रही हैं। मुहाना मंडी में प्रतिदिन 10 पिकअप फूलगोभी की इंदौर, टोंक और पुष्कर से आ रही हैं। मिर्च सवाई माधोपुर से 10 से 12 गाड़ी आ रही हैं। पत्ता गोभी छह गाड़ी महाराष्ट्र से आ रही है।
सब्जी की खपत हुई आधी

सब्जी विक्रेता परशुराम का कहना है कि जो व्यक्ति पहले एक किलो सब्जी खरीदता था, वह बड़े हुए दाम सुनकर सिर्फ आधा किलो खरीद रहा है। पेट्रोल, डीजल महंगा हो गया। जिन गाडिय़ों में मंडी से सब्जी आती है, उन्होंने भाड़ा बढ़ा दिया है। यह भी सब्जियों के महंगे होने का कारण है। लगातार बारिश से भी कुछ सब्जियों की फसलों में नुकसान हुआ है, जिसके कारण सब्जी महंगी है। मंडी में आढ़त करने वाले नियाज बताते हैं की सब्जी का धंधा कच्चा धंधा है। इसमें कुछ सब्जी छोड़कर बाकी सब्जियां स्टॉक नहीं की जा सकती हैं। जब माल आ ही महंगा रहा है, तो बाजार में भी महंगा जा रहा है।

वर्जन——

भिंडी से लेकर लौकी और बैंगन तक के भाव बढ़ गए। ये तो सामान्य सब्जियां हैं। टमाटर और प्याज के भी भाव बढ़े हैं। ऐसे में हरी सब्जी खरीदने से पहले सोचना पड़ता है।
—शांति मीणा, ग्राहक
एक तरफ रसोई के दाम बढ़ गए। सब्जी के भाव भी बढ़ रहे है। मध्यम वर्ग के लोगों के लिए अच्छी सब्जी पहुंच से दूर होती जा रही है। पहले जहां एक किलो सब्जी खरीदकर लाते थे अब आधा किलो ही लेकर आ रहे हैं।
—सत्यनारायण, ग्राहक
हरी सब्जी से सस्ता तो पनीर पड़ रहा

वैशाली नगर निवासी उषा शेखावत ने बताया की आजकल सब्जियों ने पूरा बजट बिगाड़ दिया है। सब्जी से सस्ता तो यह है की पनीर की सब्जी बना ली जाए। हर सब्जी के दाम बढ़ गए हैं।
पेट्रोल-डीजल से भाड़ा महंगा हुआ

पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार बढ़ोतरी होने के कारण तथा किराया भाड़े में बढ़ोतरी होने से सब्जियों के भावों में तेजी हो गई है। सब्जियों के भाव बढऩे से आम जनता पर इसका भार पड़ेगा।
राहुल तंवर, अध्यक्ष, जयपुर फल व सब्जी थोक विक्रेता संघ

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