-दर्ज 21 प्रकरणों में से 8 प्रकरणों का निस्तारण
जैसलमेर. जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभासिंह ने अधिकारियों को नसीहत दी कि वे जिला स्तर पर सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों को प्राथमिकता से लेते हुए समय पर निस्तारण कर परिवादी को राहत पहुंचाएं, ताकि इस उच्च स्तर के फोर्म के प्रति लोगों का और अधिक विश्वास बढ़े। उन्होंने अधिकारियों को गुणवतापूर्वक प्रकरणों के मामलों में कार्यवाही कर परिवादी को राहत देने पर जोर दिया। समिति में दर्ज 21 प्रकरणों पर विस्तार से समीक्षा किए जाने के बाद 8 प्रकरणों का निस्तारण हुआ, जिससे सम्बन्धित परिवादी को राहत मिली है। जिला कलक्टर डॉ. सिंह ने गुरुवार को सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के वीसी कक्ष में आयोजित जिला जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति की बैठक में यह निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर दाताराम, यूआईटी सचिव सुनिता चौधरी, सहायक निदेशक सांवरमल रेगर, पुलिस उप अधीक्षक प्रियंका कुमावत, सदस्य व प्रधान कृष्णा चौधरी, सदस्य बलवीर पुनिया, शेराराम भील के साथ संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। अतिरिक्त जिला कलक्टर दाताराम ने बैठक के दौरान समिति स्तर पर दर्ज एक.एक प्रकरण को विस्तार से रखा एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रकरणों में की गई कार्यवाही से भी अवगत कराया।
जैसलमेर. जिला कलक्टर डॉ. प्रतिभासिंह ने अधिकारियों को नसीहत दी कि वे जिला स्तर पर सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों को प्राथमिकता से लेते हुए समय पर निस्तारण कर परिवादी को राहत पहुंचाएं, ताकि इस उच्च स्तर के फोर्म के प्रति लोगों का और अधिक विश्वास बढ़े। उन्होंने अधिकारियों को गुणवतापूर्वक प्रकरणों के मामलों में कार्यवाही कर परिवादी को राहत देने पर जोर दिया। समिति में दर्ज 21 प्रकरणों पर विस्तार से समीक्षा किए जाने के बाद 8 प्रकरणों का निस्तारण हुआ, जिससे सम्बन्धित परिवादी को राहत मिली है। जिला कलक्टर डॉ. सिंह ने गुरुवार को सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के वीसी कक्ष में आयोजित जिला जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति की बैठक में यह निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर दाताराम, यूआईटी सचिव सुनिता चौधरी, सहायक निदेशक सांवरमल रेगर, पुलिस उप अधीक्षक प्रियंका कुमावत, सदस्य व प्रधान कृष्णा चौधरी, सदस्य बलवीर पुनिया, शेराराम भील के साथ संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। अतिरिक्त जिला कलक्टर दाताराम ने बैठक के दौरान समिति स्तर पर दर्ज एक.एक प्रकरण को विस्तार से रखा एवं विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रकरणों में की गई कार्यवाही से भी अवगत कराया।