-12 गांवों को शामिल किया गया है यूआइटी के अधीनस्थ शामिल
-2031 वर्ष के मास्टर प्लान में लिया गया था निर्णय
-2 यूआइटी अध्यक्ष बन चुके है अब तक जैसलमेर में नहीं हुआ नियोजित विकास
यूआइटी के पूर्व अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर बताते हैं कि गत पांच वर्षों में जैसलमेर यूआईटी को कोई महत्व नहीं दिया गया। उनके अनुसारहकीकत यह है कि जैसलमेर के नियोजित विकास के लिए बनाए गए मास्टर प्लान के क्रियान्वयन की अहम जिम्मेदारी यूआईटी पर है, लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण इस ओर ध्यान ही नहीं दिया गया।