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प्रदेश के 27 लाख विद्यार्थियों का अब थमेगा अंक तालिका का इंतजार

locationजैसलमेरPublished: Jan 17, 2023 05:42:37 pm

Submitted by:

Deepak Vyas

-परीक्षा के 8 माह बाद होगा वितरण, 26 से पूर्व पूर्ण करनी होगी कवायद
-पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया था 5वीं और 8वीं बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों से जुड़ा मुद्दा

प्रदेश के 27 लाख विद्यार्थियों को अब थमेगा अंक तालिका का इंतजार
प्रदेश के 27 लाख विद्यार्थियों को अब थमेगा अंक तालिका का इंतजार
जैसलमेर. गत सत्र में हुई परीक्षा के करीब आठ माह बाद अब प्रदेश के 27 लाख विद्यार्थियों का इंतजार थमेगा और विद्यालयों में 5वीं व 8वीं बोर्ड की गत वर्ष हुई परीक्षा की अंकतालिकाएं वितरित करने की कवायद शुरू कर दी गई है। इन अंकतालिकाओं का वितरण आगामी 26 जनवरी से पूर्व किए जाने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। जैसलमेर डाइट में मुख्य ब्लॉक स्तरीय अधिकारी कार्यालय में अंकतालिकाएं भिजवाए जा रही है। यह कार्य 19 जनवरी तक पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके बाद सभी विद्यालयों को 26 जनवरी से पूर्व अंकतालिकाएं वितरित किए जाने के लिए कहा गया है। गौरतलब है कि पांचवी और आठवीं बोर्ड में कक्षाएं उत्तीर्ण कर चुके विद्यार्थी अब तक अंक तालिका प्राप्त करने से वंचित थे। गौरतलब है कि गत शिक्षण सत्र में 8वीं और 5वीं बोर्ड की परीक्षाएं 27 अप्रेल से 17 मई तक आयोजित की गई थी। इसके बाद परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद अब तक बोर्ड की परीक्षाओं की अंकतालिका और विद्यार्थियों से दूर थी। वैकल्पिक तौर पर ऑनलाइन नतीजे का प्रिंट काम चलाया जा रहा था।
पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया था मुद्दा
राजस्थान पत्रिका ने गत 3 दिसंबर को ‘प्रदेश के 27 लाख विद्यार्थियों को अंकतालिका का इंतजार’ शीर्षक से समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया गया। समाचार में बोर्ड के उन विद्यार्थियों को पीड़ा को उजागर किया था जिन्होंने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड आदि अन्य बोर्ड के अंतर्गत चलने वाले विद्यालयों में प्रवेश ले लिया है। संबंधित विद्यार्थियों को भी मूल अंक तालिका के बिना आ रही समस्या को उठाया गया था। उन विद्यार्थियों की पीड़ा को भी उजागर किया गया था जिनके माता-पिता का तबादला राजस्थान से बाहर अन्य राज्य में हो गया या जिन्होंने किसी व्यवसाय के कारण राजस्थान छोडकऱ अन्य राज्य में बच्चों को प्रवेश दिलाया। मूल अंक तालिका के बिना विद्यार्थियों के अगली कक्षा के परिणाम को रोक देने की चेतावनी दिए जाने से अभिभावकों में अनिश्चितता का भय सता रहा था। इसके अलावा विभिन्न छात्रवृत्तियों में भी अंकतालिकाओं की जरूरत महसूस की जा रही थी। पत्रिका की ओर से उठाए गए मुद्दे के बाद विभाग ने डाइट को जिम्मा सौंपते हुए शीघ्र अंकतालिकाओं के प्रकाशन-वितरण को कहा है, साथ ही इसके लिए तिथियांं भी तय कर दी। ऐसे में अब डाइट की ओर से यह कवायद भी शुरू कर दी गई है।
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