जैसलमेरPublished: Jul 13, 2020 10:08:51 pm
Deepak Vyas
कोरोना संक्रमण की महामारी के दौरान सरकार की ओर से मनरेगा योजना के माध्यम से श्रमिकों को रोजगार दिलाने का प्रयास किया गया, लेकिन जिम्मेदारों की मिलीभगत के कारण जरुरतमंदों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है।
Video: मनरेगा में फर्जीवाड़े का आरोप, ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
जैसलमेर/भीखोड़ाई. कोरोना संक्रमण की महामारी के दौरान सरकार की ओर से मनरेगा योजना के माध्यम से श्रमिकों को रोजगार दिलाने का प्रयास किया गया, लेकिन जिम्मेदारों की मिलीभगत के कारण जरुरतमंदों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है। इसी को लेकर ग्राम पंचायत बलाड़ के ग्रामीणों ने मनरेगा में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते हुए सोमवार को राजीव गांधी सेवा केन्द्र के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। मनरेगा में रोजगार मिलने की आस लगाए बैठे जॉबकार्डधारी श्रमिकों ने फर्जीवाड़े का आरोप लगाया है तथा जांच की मांग को लेकरा सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। राजीव गांधी सेवा केन्द्र के समक्ष जमकर नारेबाजी करते हुए ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार को जिला कलक्टर के नाम एक ज्ञापन सुपुर्द किया। उन्होंने बताया कि बलाड़ ग्राम पंचायत में कार्यरत कनिष्ठ सहायक, जिसके पास ग्राम विकास अधिकारी का भी कार्यभार है, की ओर से मनरेगा कार्यों के दौरान तीन पखवाड़ों से जमकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि खानपुरा गांव में गाले वाली नाडी पर कनिष्ठ लिपिक अरशदखां ने प्रति श्रमिक 200-200 के हिसाब से कुल 34 हजार रुपए मैट करीमखां से लिए गए है। जिन्होंने रुपए नहीं दिए, उन्हें 15 किमी दूर नई भीखोड़ाई में नियोजित किया गया। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार से पूरी ग्राम पंचायत क्षेत्र में फर्जीवाड़े कर चांदी कूटी जा रही है। जिससे परेशान ग्रामीणों ने गत सप्ताह जिला मुख्यालय पर जाकर गुहार लगाई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी से परेशान ग्रामीणों ने सोमवार को जीयेखां, जूंजारसिंह, करीमखां, बरकतखां, मोहम्मद याकूब, नरेश, चंपालाल, चनणाराम, श्यामसुंदर, दुर्गपुरी, भंवरपुरी, सलीमानखां, रजाकखां, सुमारखां, राजू, हनीफखां, सुरतानखां, शकूरखां, बरकतखां सहित ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए बताया कि मनरेगा कार्यस्थलों पर माप पुस्तिका में गलत तरीके से माप दर्शाया जा रहा है। जबकि मौके पर कार्य ही नहीं है। उन्होंने मनरेगा में हो रहे फर्जीवाड़े की जांच करवाकर कार्रवाई करने की मांग की है।