प्रधानाचार्य पर अनियमितताओं का आरोप,ग्रामीणों ने कहा, नहीं भेजेंगे बच्चों को विद्यालय
जैसलमेरPublished: Jul 02, 2019 05:33:31 pm
पोकरण. क्षेत्र के लूणाकल्लां ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय लूणाखुर्द में अव्यवस्थाओं व प्रधानाचार्य की ओर से शिक्षण कार्य, मिड-डे-मील व विद्यालय की सफाई व्यवस्था को लेकर रोष जताया तथा जब तक विद्यालय की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं होने तक अपने बच्चों को विद्यालय नहीं भेजने का निर्णय लिया।
प्रधानाचार्य पर अनियमितताओं का आरोप,ग्रामीणों ने कहा, नहीं भेजेंगे बच्चों को विद्यालय
जैसलमेर/पोकरण. क्षेत्र के लूणाकल्लां ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय लूणाखुर्द में अव्यवस्थाओं व प्रधानाचार्य की ओर से शिक्षण कार्य, मिड-डे-मील व विद्यालय की सफाई व्यवस्था को लेकर रोष जताया तथा जब तक विद्यालय की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं होने तक अपने बच्चों को विद्यालय नहीं भेजने का निर्णय लिया। सोमवार को सुबह पूर्व सरपंच खींवसिंह, भीखसिंह, तनेरावसिंह, पूर्व उपसरपंच कौशलसिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण विद्यालय परिसर में एकत्र हुए। उन्होंने विद्यालय में शिक्षण व्यवस्था व मिड-डे-मील कार्यक्रम में प्रधानाचार्य की ओर से अनियमितताएं करने, छात्र छात्राओं को मीनू चार्ट के अनुसार पोषाहार व दूध नहीं देने, विद्यालय के शौचालयों की सफाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। ग्रामीण विद्यालय परिसर में धरना देकर बैठ गए तथा अपने बच्चों को विद्यालय में आने से रोकते हुए प्रधानाचार्य से सभी बच्चों की टीसी देने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक निष्पक्ष जांच कर प्रधानाचार्य के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक किसी भी बच्चे को विद्यालय नहीं भेजेंगे तथा सभी बच्चों की टीसी कटवाकर अन्य विद्यालय में भर्ती किया जाएगा।
अधिकारियों ने की समझाइश
विद्यालय का बहिष्कार करने, टीसी कटवाने व प्रधानाचार्य के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों की ओर से किए जा रहे आंदोलन की सूचना मिलने पर जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक नवलकिशोर गोयल, अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षाधिकारी विष्णुकुमार छंगाणी, संदर्भ व्यक्ति श्यामसुंदर पणिया, राउमावि सांकड़ा के प्रधानाचार्य जुगतसिंह राठौड़ लूणाखुर्द पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश की। शिक्षाधिकारियों ने बताया कि प्रधानाचार्य के विरुद्ध प्राप्त शिकायत की जांच कर निदेशक को भिजवा दी गई है तथा उनकी ओर से प्रधानाचार्य के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से आंदोलन समाप्त कर बच्चों को विद्यालय भेजने का आग्रह किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। उन्होंने प्रधानाचार्य के विरुद्ध कार्रवाई के बाद ही अपना विरोध समाप्त करने की बात कही ।