Video: ...और ढह गए कॉलेज भवन के दो कक्ष, लापरवाही लील लेती जान
अवकाश होने से हादसा टला, जिम्मेदारों की लापरवाही लील लेती जान
जैसलमेर
Updated: March 28, 2022 08:26:48 pm
पोकरण. क्षेत्र के भणियाणा गांव में बंद पड़े राजकीय विद्यालय के परिसर में संचालित राजकीय महाविद्यालय के दो कक्ष रविवार को अचानक भरभरा कर ढह गए। गनीमत रही कि रविवार का अवकाश होने के कारण यहां कोई हादसा नहीं हुआ। गौरतलब है कि भणियाणा में वर्ष 2019 में राजकीय महाविद्यालय स्वीकृत किया गया था। तब से भवन की कमी के कारण महाविद्यालय को वर्षों पूर्व मर्ज कर बंद किए गए राजकीय प्राथमिक विद्यालय के पुराने भवन में संचालित किया जा रहा है। यहां एक दर्जन से अधिक कक्षा कक्ष निर्मित है। जिनमें से तीन कक्ष राजकीय महाविद्यालय को दिए गए थे। जबकि एक कक्ष में डाकघर का संचालन होता है। महाविद्यालय को दिए गए दो कक्ष मरम्मत के अभाव में वर्षों से क्षतिग्रस्त हालात में पड़े थे। रविवार देर शाम अचानक दोनों कक्ष पूरी तरह से भरभरा कर ढह गए। गनीमत रही कि रविवार का दिन होने और यहां विद्यार्थी नहीं होने के कारण बड़ा हादसा टल गया। साथ ही रविवार के अवकाश केे कारण डाकघर भी कोई नहीं पहुंचा। जिसके कारण हादसा नहीं हुआ।
कॉलेज व डाकघर में रहती है भीड़, खेलते बच्चे भी भागे
भणियाणा गांव में स्थित राजकीय महाविद्यालय व डाकघर गांव की आबादी के पास स्थित है। यहां महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के साथ डाकघर में ग्रामीणों का भी आना जाना रहता है। जिसके चलते यहां दिनभर चहल पहल रहती है। यही नहीं आबादी के बीच मैदान की कमी के कारण आसपास निवास कर रहे बच्चे भी खेलने के लिए शाम के समय यहीं पर आते है। रविवार शाम जब हादसा हुआ तो कुछ बच्चे मैदान में खेल भी रहे थे। भवन के ढहने के साथ बच्चे यहां से भाग गए और परिवारजनों व ग्रामीणों को इसकी सूचना दी। जिस पर थानाधिकारी खेताराम गोदारा ने पुलिस बल के साथ व ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर हालात को देखा। कोई हादसा नहीं होने पर उन्होंने राहत की सांस ली।
न करवाई मरम्मत, न बनाई रिपोर्ट
भणियाणा गांव में वर्षों पूर्व बंद हुए राजकीय प्राथमिक विद्यालय का भवन खाली पड़ा था। कुछ वर्ष पूर्व भवन का एक कक्ष डाकघर को दे दिया गया। वर्ष 2019 में इस भवन के दो कक्ष राजकीय महाविद्यालय संचालित करने के लिए दे दिए गए। इस दौरान न तो भवन की मरम्मत करवाई गई, न ही जिम्मेदारों ने भवन के जर्जर हालात को लेकर कोई रिपोर्ट बनाई। सीधे ही भवन को विद्यार्थियों व आमजन के लिए खोलकर दे दिया गया। जिस समय हादसा हुआ, उस समय यदि महाविद्यालय संचालित हो रहा होता अथवा यहां विद्यार्थी उपस्थित होते या डाकघर में भीड़ होती तो किसी बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता था।
तीन वर्षों में भी नहीं बन सका भवन
भणियाणा क्षेत्र के ग्रामीणों की मांग को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से वर्ष 2019 में राजकीय महाविद्यालय स्वीकृत कर दिया गया, लेकिन अभी तक भवन निर्माण को लेकर कोई विशेष कार्रवाई नहीं हो पाई है। तीन वर्षों में भूमि आवंटन हो चुका है तथा बजट स्वीकृत कर दिया गया, लेकिन अभी तक मौके पर कोई कार्य शुरू नहीं हुआ है। जिसके कारण महाविद्यालय को इस पुराने प्राथमिक विद्यालय में ही संचालित किया जा रहा है।
वर्षों पुराना है भवन
जानकारी के मुताबिक करीब 35 वर्ष पूर्व राजकीय प्राथमिक विद्यालय भवन का निर्माण करवाया गया था। यहां एक से पांचवीं तक कक्षाओं का संचालन होता था। इसके बाद समय-समय पर कई योजनाओं में यहां भवन विस्तार होता गया और नए कक्षों का निर्माण करवाया गया। निर्माण के बाद भवनों की एक बार भी मरम्मत नहीं की गई। गत सरकार के समय विद्यालयों को मर्ज करते समय इस विद्यालय को भी मर्ज कर दिया गया। ऐसे में कई वर्षों तक भवन खाली ही पड़ा रहा। जिसके बाद पहले डाकघर को एक कक्ष तथा वर्ष 2019 में दो कक्ष राजकीय महाविद्यालय को दिए गए।
फैक्ट फाइल:-
- 35 वर्ष पुराना है राजकीय प्राथमिक विद्यालय का भवन
- 6 वर्ष पूर्व मर्ज हो चुकी है स्कूल
- 3 वर्षों से राजकीय महाविद्यालय हो रहा है संचालित
की जा रही है जांच
भणियाणा में कॉलेज कक्षा कक्षों के गिरने की घटना के बाद उच्चाधिकारियोंं के निर्देश पर जांच की जा रही है। जिसकी रिपोर्ट तैयार कर भिजवाई जाएगी।
- राजेशकुमार विश्रोई, उपखंड अधिकारी, भणियाणा।

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