अन्नदाता सड़क पर, सरकार बेफिक्र : मंत्री
- केन्द्र सरकार पर बरसे केबिनेट मंत्री, कृषि कानून को वापिस लेने की मांग

पोकरण. राजस्थान सरकार के अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण विभाग मंत्री व पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने कहा कि देश का अन्नदाता किसान गत डेढ़ माह से सड़क पर धरना दे रहा है और आंदोलन कर रहा है। दूसरी तरफ किसान हितेषी बनकर वोट मांगने वाली केन्द्र सरकार पूरी तरह से संवेदनहीनता का परिचय देते हुए बेफिक्र होकर बैठी है। सरकार को किसानों की कोई परवाह नहीं है। मंत्री शाले मोहम्मद ने सोमवार को पोकरण प्रवास के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने बीते एक सप्ताह में 30 ग्राम पंचायतों का दौरा कर किसानों से मुलाकात की है। उन्होंने बताया कि कोई भी किसान इस कृषि कानून के समर्थन में नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा के कई नेता, जिन्हें बिल पढऩा भी नहीं आता, वे क्षेत्र में इसके फायदे बताते घूम रहे है तथा किसानों को गुमराह कर रहे है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने नौ दौर में किसानों से वार्ता की, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आए है। उन्होंने कहा कि किसानों के 500 संगठनों के नेतृत्व में सैंकड़ों अन्नदाता धरना दे रहे है। जिनकी आवाज उठाने के लिए कोई भाजपा नेता आगे नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि तीनों कानून किसानों के खिलाफ है और केन्द्र सरकार हठधर्मिता अपना रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से किसानों के साथ है तथा जब तक काले कानून को वापिस नहीं लिया जाता है, तब तक कांग्रेस किसानों के साथ संघर्ष करेगी।
नेताओं के बयान निराशाजनक
उन्होंने कहा कि एक तरफ किसान इस कड़ाके की ठंड में अपने हक के लिए संघर्ष कर रहे है। दूसरी तरफ भाजपा के नेता व केन्द्र के मंत्री किसानों को अलगाववादी, नक्सलवादी की संज्ञाएं दे रहे है। भाजपा नेताओं के ये बयान पूरी तरह से निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने किसानों की आय को दो गुणा करने का वादा किया था, लेकिन यह वादा अधूरा पड़ा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव कम होने के बावजूद केन्द्र सरकार पेट्रोल व डीजल के भाव कम नहीं कर रही है। जिससे किसानों के साथ आमजन पूरी तरह से त्रस्त है और महंगाई से झूंझ रहा है। रसोई गैस के दाम लगातार बढ़ाए जा रहे है। बेरोजगारी बढ़ रही है। युवा रोजगार का इंतजार कर रही है।
सांसद नहीं कर रहे पैरवी
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान राजस्थान की जनता ने सभी 25 सीटों पर भाजपा के सांसदों को जीताकर भेजा। संसद में जाकर सभी सांसद मात्र सरकार की हां में हां मिला रहे है। राजस्थान में विकास कार्यों को लेकर कोई पैरवी नहीं कर रहे है, जो जनता के साथ धोखा है। उन्होंने कहा कि जोधपुर सांसद ने अपने पोकरण क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं करवाया है। रेल का जो वादा किया, वह भी अधूरा पड़ा है तथा जनता आज भी रेल का इंतजार कर रही है। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री होने के बावजूद पोकरण क्षेत्र की दूर दराज ढाणियों में पेयजल समस्या के समाधान के लिए कोई योजना व राशि स्वीकृत नहीं करवाई गई है। सांसदों का राजस्थान में विकास में कोई योगदान नहीं देना जनता के साथ छलावा है।
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