कला और संस्कृति का संगम: रचनात्मकता को कर रहा प्रेरित
शहर की ऐतिहासिक पटवा हवेली और जैन मंदिरों की जटिल नक्काशी और कला की गहराइयों को देखकर विद्यार्थी अवाक रह जाते हैं। इन स्थानों पर उनकी रचनात्मकता जैसे जागृत हो उठती है। कई छात्र इन स्थलों की सुंदरता को कैमरे में कैद करते हैं तो कुछ स्केच बनाते हैं। वे यहां से प्रेरणा लेकर अपने भीतर छुपी रचनात्मकता को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का सपना सजाते हैं।भविष्य की यात्रा: जैसलमेर से मिली प्रेरणा
कोलकाता से आई रचना, सुवर्णा, सुचिता बताती है कि यहां आकर उन्हें मिला अनुभव न केवल उनकी शैक्षिक यात्रा का हिस्सा है, बल्कि यह उन्हें भविष्य में देश की सांस्कृतिक धरोहर को समझने और सराहने के लिए प्रेरित करता है। वे अपने साथ इस ऐतिहासिक नगरी की छवियों, यहां बिताए सुकून के पलों और यहां के अद्वितीय सौंदर्य को लेकर लौटते हैं। इस तरह जैसलमेर उनकी स्मृतियों में बस जाती है, जिससे न केवल उनकाए बल्कि उनके परिवार और मित्रों का ध्यान भी स्वर्णनगरी की ओर आकर्षित होता है।फैक्ट फाइल
-12 से अधिक पर्यटन स्थल विख्यात है जैसलमेर के -868 वर्ष पुराना है ऐतिहासिक सोनार किला-8 लाख पर्यटक हर वर्ष निहारने पहुंचते है स्वर्णनगरी -35 हजार के करीब विद्यार्थी पहुंचते है शैक्षणिक भ्रमण के लिए