नीले रंग के सलवार सूट में कृति बेहद आकर्षक लग रही थी। चौराहा पर शूटिंग बुधवार तड़के शुरू हो गई, जो दिन भर चली। शूटिंग के लिए कृति सेनन ने क्लैप शॉट दिया। तड़के अंधेरा छाया होने से यहां बड़ी.बड़ी लाइटें लगाकर शूटिंग की गई।
बाद में अच्छी धूप खिल गई। बस अड्डे का दृश्य फिल्माने के लिए हाथ रिक्शे तथा विभिन्न तामझाम किए गए। जिस बस में बैठ कर कृति सेनन पहुंचती हैए उसमें भीतर से ज्यादा भीड़ छत पर बैठाई गई। उत्तर प्रदेश का प्रभाव पैदा करने के लिए छत पर बैठे मुसाफिरों में से एक ने साइकिल टांग रखी थी तो किसी ने दूध की टंकियां लटकाए रखी।
कोरोना छू मंतर!
शूटिंग स्थल पर खचाखच भीड़ से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नजर आई। फिल्म शूटिंग में शामिल लोगों में से अनेक ने न तो मास्क लगा रखे थे और न ही शूटिंग के लिए जरूरी एसओपी की पालना ही की जा रही थी। व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात बाउंसर स्थानीय लोगों से उलझते दिखे। पुलिस को यातायात व्यवस्था बनाए रखने में खासी दिक्कतें आई।