पोकरण में बंद , निकाला जुलूस, सौंपा ज्ञापन
पोकरण. एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में सवर्ण, अन्य पिछड़ा वर्ग सहित विभिन्न संगठनों की ओर से गुरुवार को भारत बंद के आह्वान पर पोकरण में भी सफल रहा। गौरतलब है कि एससी एसटी एक्ट में संशोधन को लेकर केन्द्र सरकार की ओर से अध्यादेश लाने के विरोध में गुरुवार को देशभर में बंद का आह्वान किया गया। इसी के अंतर्गत स्थानीय व्यापार मंडल, सवर्ण, ओबीसी समाज, करणी सेना, राजस्थान ब्राह्मण महासभा सहित विभिन्न संगठनों की ओर से पोकरण बंद का आह्वान किया गया। जिस पर गुरुवार को कुछ दुकानों को छोडकऱ पोकरण कस्बे के सदर बाजार, गांधी चौक, फोर्ट रोड, स्टेशन रोड, जैसलमेर व जोधपुर रोड, भवानीप्रोल, फलसूण्ड रोड पर स्थित किराणा, कपड़ा, मोटरपाट्र्स, हार्डवेयर, बिल्डिंग मैटेरियल, सब्जी व फल बाजार व होटलें तथा अन्य सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान सुबह से सात बजे से दोपहर एक बजे तक बंद रहे। इसी प्रकार क्षेत्र के छायण, भीखोड़ाई, राजमथाई गांव में भी गुरुवार को दुकानें बंद रही तथा ग्रामीणों ने विरोध जताया। जबकि क्षेत्र के उपखण्ड मुख्यालय भणियाणा, रातडिय़ा में बंद का असर देखने को नहीं मिला तथा सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे। सवर्ण समाज, ओबीसी समाज के लोग गुरुवार को सुबह गांधी चौक में एकत्र हुए। यहां शिक्षाविद् कन्हैयालाल छंगाणी ने विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं व बंद समर्थकों को संबोधित किया। जुलूस गांधी चौक से रवाना हुआ तथा फोर्ट रोड, सुभाष चौक, स्टेशन रोड, जयनारायण व्यास सर्किल होते हुए उपखण्ड अधिकारी कार्यालय पहुंचा। यहां उन्होंने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार रामसिंह जोधा को सुपुर्द कर पूर्व में एससी एसटी एक्ट को लेकर सर्वोच्च न्यायालय की ओर से दिए गए निर्णय को लागू रखने तथा आमजन के मानवाधिकारों की रक्षा करने एवं एक्ट के दुरुपयोग को रोककर आमजन को न्याय दिलाने की मांग की। (का.सं.)
फलसूण्ड. एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में गुरुवार को गांव के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। गुरुवार को एक्ट में संशोधन के विरोध में भारत बंद का आह्वान किया गया था। गांव के सभी व्यापारियों ने स्वैच्छा से अपनी दुकानें बंद रखी। राजपूत सेवा समिति के अध्यक्ष गंगासिंह, शरद व्यास, माहेश्वरी समाज के घनश्याम चाण्डक, व्यापार मंडल अध्यक्ष नंदकिशोर राठी, करणी सेना के महिपालसिंह, जैन समाज के भंवरलाल सालेचा, हरुपुरी, विशनाराम सुथार, भंवराराम सैन, कल्याणाराम, बाबूराम कड़वासरा, राजू लौहार, पूनमसिंह राजपुरोहित, मोहनसिंह जोधा, आईदानसिंह, रावणा राजपूत समाज के अध्यक्ष धर्मसिंह, कैलाशदान, सुरेन्द्रसिंह, नेपालसिंह, आदि ने जुलूस निकाला तथा प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन उपतहसील कार्यालय में सुपुर्द कर एक्ट में संशोधन नहीं कर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को लागू रखने की मांग की।
नोख. एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में गुरुवार को भारत बंद के आह्वान पर गांव के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर विरोध जताया। करणी सेना, ओम बन्ना टाइगर फोर्स सहित विभिन्न संगठनों के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पटवारी को प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सुपुर्द कर एससी एसटी एक्ट में संशोधन नहीं कर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को लागू रखने की मांग की।
लाठी. एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में भारत बंद के आह्वान पर क्षेत्र के चांधन गांव में व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखी। चांधन के ग्रामीणों व व्यापारियों ने थानाधिकारी को प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सुपुर्द कर एससी एसटी एक्ट में संशोधन नहीं करने व सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को लागू रखने की मांग की। इसी प्रकार लाठी गांव में बंद का कोई असर देखने को नहीं मिला। हालांकि विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से बंद का आह्वान किया गया था, लेकिन व्यापारियों ने दुकानें बंद नहीं रखी।
नाचना. एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में भारत बंद के आह्वान पर गुरुवार को नाचना गांव में भी व्यापारिक प्रतिष्ठान दोपहर तक बंद रहे। सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक कुछ दुकानों को छोडकऱ अन्य सभी दुकानें बंद रही। गुरुवार को दोपहर व्यापार मंडल के अध्यक्ष जगदीशप्रसाद के नेतृत्व में चंद्रप्रकाश, बलदेवसिंह, खींवसिंह, घनश्याम, राजेन्द्रकुमार, जुगताराम, स्वरूपचंद, शेख मोहम्मद, भरत, नवीन, तगसिंह, खेतसिंह, ओमसिंह, सुरेन्द्रसिंह, अनिलकुमार, हरिप्रसाद, मेघसिंह, सुभाष, डूंगरसिंह, मुकेश सहित ग्रामीणों ने थानाधिकारी को प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सुपुर्द कर एससी एसटी एक्ट में संशोधन नहीं करने की मांग की है।
पोकरण. एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में सवर्ण, अन्य पिछड़ा वर्ग सहित विभिन्न संगठनों की ओर से गुरुवार को भारत बंद के आह्वान पर पोकरण में भी सफल रहा। गौरतलब है कि एससी एसटी एक्ट में संशोधन को लेकर केन्द्र सरकार की ओर से अध्यादेश लाने के विरोध में गुरुवार को देशभर में बंद का आह्वान किया गया। इसी के अंतर्गत स्थानीय व्यापार मंडल, सवर्ण, ओबीसी समाज, करणी सेना, राजस्थान ब्राह्मण महासभा सहित विभिन्न संगठनों की ओर से पोकरण बंद का आह्वान किया गया। जिस पर गुरुवार को कुछ दुकानों को छोडकऱ पोकरण कस्बे के सदर बाजार, गांधी चौक, फोर्ट रोड, स्टेशन रोड, जैसलमेर व जोधपुर रोड, भवानीप्रोल, फलसूण्ड रोड पर स्थित किराणा, कपड़ा, मोटरपाट्र्स, हार्डवेयर, बिल्डिंग मैटेरियल, सब्जी व फल बाजार व होटलें तथा अन्य सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान सुबह से सात बजे से दोपहर एक बजे तक बंद रहे। इसी प्रकार क्षेत्र के छायण, भीखोड़ाई, राजमथाई गांव में भी गुरुवार को दुकानें बंद रही तथा ग्रामीणों ने विरोध जताया। जबकि क्षेत्र के उपखण्ड मुख्यालय भणियाणा, रातडिय़ा में बंद का असर देखने को नहीं मिला तथा सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे। सवर्ण समाज, ओबीसी समाज के लोग गुरुवार को सुबह गांधी चौक में एकत्र हुए। यहां शिक्षाविद् कन्हैयालाल छंगाणी ने विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं व बंद समर्थकों को संबोधित किया। जुलूस गांधी चौक से रवाना हुआ तथा फोर्ट रोड, सुभाष चौक, स्टेशन रोड, जयनारायण व्यास सर्किल होते हुए उपखण्ड अधिकारी कार्यालय पहुंचा। यहां उन्होंने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार रामसिंह जोधा को सुपुर्द कर पूर्व में एससी एसटी एक्ट को लेकर सर्वोच्च न्यायालय की ओर से दिए गए निर्णय को लागू रखने तथा आमजन के मानवाधिकारों की रक्षा करने एवं एक्ट के दुरुपयोग को रोककर आमजन को न्याय दिलाने की मांग की। (का.सं.)
फलसूण्ड. एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में गुरुवार को गांव के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। गुरुवार को एक्ट में संशोधन के विरोध में भारत बंद का आह्वान किया गया था। गांव के सभी व्यापारियों ने स्वैच्छा से अपनी दुकानें बंद रखी। राजपूत सेवा समिति के अध्यक्ष गंगासिंह, शरद व्यास, माहेश्वरी समाज के घनश्याम चाण्डक, व्यापार मंडल अध्यक्ष नंदकिशोर राठी, करणी सेना के महिपालसिंह, जैन समाज के भंवरलाल सालेचा, हरुपुरी, विशनाराम सुथार, भंवराराम सैन, कल्याणाराम, बाबूराम कड़वासरा, राजू लौहार, पूनमसिंह राजपुरोहित, मोहनसिंह जोधा, आईदानसिंह, रावणा राजपूत समाज के अध्यक्ष धर्मसिंह, कैलाशदान, सुरेन्द्रसिंह, नेपालसिंह, आदि ने जुलूस निकाला तथा प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन उपतहसील कार्यालय में सुपुर्द कर एक्ट में संशोधन नहीं कर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को लागू रखने की मांग की।
नोख. एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में गुरुवार को भारत बंद के आह्वान पर गांव के सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर विरोध जताया। करणी सेना, ओम बन्ना टाइगर फोर्स सहित विभिन्न संगठनों के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पटवारी को प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सुपुर्द कर एससी एसटी एक्ट में संशोधन नहीं कर सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को लागू रखने की मांग की।
लाठी. एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में भारत बंद के आह्वान पर क्षेत्र के चांधन गांव में व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखी। चांधन के ग्रामीणों व व्यापारियों ने थानाधिकारी को प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सुपुर्द कर एससी एसटी एक्ट में संशोधन नहीं करने व सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को लागू रखने की मांग की। इसी प्रकार लाठी गांव में बंद का कोई असर देखने को नहीं मिला। हालांकि विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से बंद का आह्वान किया गया था, लेकिन व्यापारियों ने दुकानें बंद नहीं रखी।
नाचना. एससी एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में भारत बंद के आह्वान पर गुरुवार को नाचना गांव में भी व्यापारिक प्रतिष्ठान दोपहर तक बंद रहे। सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक कुछ दुकानों को छोडकऱ अन्य सभी दुकानें बंद रही। गुरुवार को दोपहर व्यापार मंडल के अध्यक्ष जगदीशप्रसाद के नेतृत्व में चंद्रप्रकाश, बलदेवसिंह, खींवसिंह, घनश्याम, राजेन्द्रकुमार, जुगताराम, स्वरूपचंद, शेख मोहम्मद, भरत, नवीन, तगसिंह, खेतसिंह, ओमसिंह, सुरेन्द्रसिंह, अनिलकुमार, हरिप्रसाद, मेघसिंह, सुभाष, डूंगरसिंह, मुकेश सहित ग्रामीणों ने थानाधिकारी को प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सुपुर्द कर एससी एसटी एक्ट में संशोधन नहीं करने की मांग की है।