रामसरोवर पर पुलिस चौकी, स्वास्थ्य चौकी, आरएसी सहित स्थानीय तैराकों को लगवाया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा व राहत मिल सके। यहां दर्शनार्थ आने वाले अधिकांश गरीब व मध्यम वर्ग के श्रद्धालु धर्मशालाओं एवं महंगी होटलों में ठहरने की बजाय रामसरोवर की पाल व घाटों पर ही अपना डेरा डाल देते है। जिससे यहां श्रद्धालुओं की चहल पहल नजर आ रही है। रामसरोवर पर दिन रात श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए यहां प्रशासन की ओर से अलग से सुरक्षा जाब्ता, स्वास्थ्य चौकियां लगाकर व्यवस्थाएं की गई है तथा मंदिर समिति की ओर से घाटों पर प्रतिदिन सफाई, रौशनी, तैराकों आदि की भी व्यवस्था की गई है।
इन दिनों रामदेवरा आने वाले सभी सडक़ मार्गों पर पदयात्रियों का रेला लगा हुआ है। पोकरण व बीकानेर की तरफ से आने वाले दोनों राष्ट्रीय राजमार्गों पर पदयात्रियों से अटे पड़े है। ये पदयात्री धूप, प्यास व तकलीफों की बिना परवाह किए अनवरत रूप से रामदेवरा की ओर बढ रहे है तथा बाबा की समाधि के दर्शन करने के बाद ही विश्राम कर रहे है। बाबा रामदेव के जयकारे लगाते प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु यहां पहुंच रहे है।