जैसलमेरPublished: Sep 21, 2019 11:50:17 am
Deepak Vyas
जैसलमेर. पिता के कार्य स्थलों पर जाकर उनकी कार्य प्रणाली से बेटियां उत्साहित हुई, वहीं काम-काज में आ रही दिक्कतों को भी जाना। अनूठे अनुभव से वे उत्साहित नजर आई।
मैं भी पापा की तरह बनूंगी शिक्षककार्यस्थल- करणी बाल मंदिर उमावि, जैसलमेरबेटी का नाम -काजल श्रीमालीपिता का नाम- रितेश श्रीमालीअनुभव- पापा के स्कूल में आकर शिक्षण कार्य को देखा व यहां के शिक्षकों से भी मिलकर काफी अच्छा लगा। पापा बहुत मेहनत का कार्य करते हैं। मैं भी पापा की तरह ही शिक्षक बनूंगी।,मैं भी पापा की तरह बनूंगी शिक्षककार्यस्थल- करणी बाल मंदिर उमावि, जैसलमेरबेटी का नाम -काजल श्रीमालीपिता का नाम- रितेश श्रीमालीअनुभव- पापा के स्कूल में आकर शिक्षण कार्य को देखा व यहां के शिक्षकों से भी मिलकर काफी अच्छा लगा। पापा बहुत मेहनत का कार्य करते हैं। मैं भी पापा की तरह ही शिक्षक बनूंगी।,अच्छा है पापा का ऑफिसबेटी का नाम – दिव्यश्री धीरणपिता का नाम- दिलीप कुमार धीरणअनुभव- पापा का ऑफिर बहुत अच्छा है। उनका डेस्क और कम्प्यूटर देखा व यहां होने वाले कार्यों की जानकारी ली। यहां मैने कलरिंग के लिए कुछ प्रिंट भी लिए।