scriptVideo: बधाई हो बधाई, जन्में है कन्हाई…..कृष्ण भक्ति से सराबोर हुई स्वर्णनगरी | celebratrion Janmashtmi 2022 in jaislamer | Patrika News

Video: बधाई हो बधाई, जन्में है कन्हाई…..कृष्ण भक्ति से सराबोर हुई स्वर्णनगरी

locationजैसलमेरPublished: Aug 19, 2022 08:24:58 pm

Submitted by:

Deepak Vyas

-जन्माष्टïमी के मौके पर कृष्ण भक्ति से सराबोर हुई स्वर्णनगरी

Video: बधाई हो बधाई, जन्में है कन्हाई.....कृष्ण भक्ति से सराबोर हुई स्वर्णनगरी

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जैसलमेर. स्वर्णनगरी में शुक्रवार रात आम दिनों की तुलना में अलग ही माहौल नजर आया। श्रद्धालु कृष्ण भक्ति में भाव-विभोर हो गए। चहुुंओर कृष्ण भक्ति से संबंधित भजनों की गूंज माहौल में बनी रही। कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में रात को बारह बजते ही समूचा माहौल कृष्ण भक्ति के जयकारों से गंूज उठा। चहुंओर यशोदा के लालो भयो, जय कन्हैयालाल की, हाथी दीजे, घोड़ा दीजे और दीजे पालकी के जयकारे सुनाई देने शुरू हो गए और उसके बाद शुरू हुआ भजनों का दौर। जैसलमेर शहर सहित समूचे जिले में जन्माष्टमी पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। सुबह से ही यहां विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का दौर शुरू हो गया, जो रात तक चलता रहा। कई स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, वहीं कृष्ण-राधा के बाल रूप धरे बच्चों की झांकियों ने हर किसी को रिझाया। जैसलमेर के सोनार दुर्ग स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भक्तों ने पहुंचकर पूजा-अर्चना की और धार्मिक आयोजनों में शिरकत की। लोगों ने पंजेरी, चरणामृत व फलाहार ग्रहण कर व्रत खोले। संस्कार भारती के तत्वावधान में राधा-कृष्ण प्रतियोगिता में कई नन्हें मुन्ने राधा कृष्ण का रूप धरकर भाग लेने पहुंचे। इसी तरह आदर्श विद्या मंदिर विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जगह-जगह आयाजित झांकियो ने दर्शकों का मन मोह लिया। संस्कार भारती की ओर से आयोजित कृष्ण जन्माष्टमी शुक्रवार को अखे प्रोल दुर्ग में धूमधाम के साथ मनाई गई। बालक- बालिकाओं के लिए कृष्ण एवं राधा रूप सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन दो वर्गों में हुआ। प्रथम वर्ग में 1 वर्ष से लेकर 3 वर्ष तक के एवं इसी तरह दूसरे वर्ग में 4 वर्ष से 8 वर्ष तक के बालक बालिकाओं के लिए प्रतियोगिताएं हुई। इसी तरह जन्माष्टमी के अवसर पर रामनगर स्थित संत रेवता बाइरामजी आश्रम में कार्यक्रम हुए। पूरे दिन भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़े विभिन्न प्रसंगों पर प्रवचन सुनने व झांकियों के दर्शन करने श्रद्धालु पहुंचे। इसी तरह आदर्श विद्या मंदिर में कार्यक्रम में फूलों की होली तथा गोवद्र्धन पर्वत उठाने जैसी जीवंत झांकियां आकर्षण का मुख्य केंद्र रही। बच्चों की ओर से श्रीकृष्ण तथा राधिका के साथ ही गणेश, शिव तथा जोगमाया के रूप बनाकर पेश किए गए। कार्यक्रम का उद्घाटन ठाकुरजी के मंदिर में बाल गोपाल को झूला झुलाकर किया गया।

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