सीमावर्ती धनाना में धार्मिक स्थल का निर्माण:सीआईडीधनाना में धार्मिक स्थल का नवनिर्माण नहीं:प्रशासनजैसलमेर. जिले के शाहगढ़ सीमा क्षेत्र में मांधला में बिना अनुमति आलीशान धार्मिक स्थल के निर्माण का मामला अभी सुलटा भी नहीं है कि, सीमावर्ती धनाना गांव में भी एक धार्मिक स्थल के कथित नवनिर्माण को लेकर सीआईडी (बीआई) ने
जैसलमेर जिला और पुलिस प्रशासन को सूचना दी है।एजेंसी ने कलक्टर और पुलिस अधीक्षक को इस संबंध में गत दिनों पत्र लिखकर जानकारी दी है।जबकि प्रशासन का कहना हैकि, धनाना में उक्त निर्माण के बारे में जांच करवाए जाने पर वहां नया निर्माण नहीं पाया गया है।गौरतलब है कि राजस्थान राज्य धर्मस्थल विधेयक के तहत किसी भी तरह के धार्मिक स्थल का निर्माण बिना प्रशासन की अनुमति के नहीं करवाया जा सकता।जबकि राजस्थान के सीमा क्षेत्र में ऐसे निर्माण खुफिया एजेंसियों के साथ
सीमा सुरक्षा बल की पेशानी पर भी बल डाल रहे हैं।
कुछ दिन पहले आया नजर में
जानकारी के अनुसार सीआईडी बीआई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजीव दत्ता गत दिनों जब सीमावर्ती सम क्षेत्र के दौरे पर गए तब धनाना में धार्मिक स्थल का विस्तार व नवनिर्माण नजर आया।पूर्व में यहां धर्मस्थल का बोर्ड ही हुआ करता था।जिसके बाद सीआईडी ने जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर इसकी जानकारी करवाई है।इस संबंध में पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने गोपनीयता का हवाला देते हुए कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया।
प्रशासन ने करवाई जांच
इस बीच यह जानकारी मिली है कि प्रशासन ने सीआईडी के पत्र में बताए स्थल पर जांच के लिए तहसीलदार को भेजा।जैसलमेर तहसीलदार ने कलक्टर को सौंपी रिपोर्ट में बताया कि धनाना में धार्मिक स्थल का नया निर्माण नहीं पाया गया है।वहां एक कमरानुमा स्थान पहले से निर्मित नजर आता है।
छाया रहा है मांधला का मसला
इससे पहले शाहगढ़ जैसे दुर्गम सीमावर्ती क्षेत्र में तारबंदी से महज चंद किलोमीटर की दूरी पर मांधला में करोड़ों की लागत वाले धार्मिक स्थल का निर्माण करवाने जाने का मसला सरकारी स्तर पर तूल पकड़ चुका है।जानकारी के मुताबिक मांधला में वर्षों पहले धर्मस्थल के निर्माण कार्य के खिलाफसमय रहते प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की।बाद में सीमाजन कल्याण समिति और अन्य कुछसंगठनों की तरफसे सरकार तक आवाज बुलंद किए जाने के बाद प्रशासन हरकत में आया तथा वहां कार्य बंद करवाया। यह जानकारी भी मिली है कि प्रशासन ने इतने समय सुस्ती दिखाने के पश्चात अब तत्परता दिखानी प्रारंभ की है।जिसके चलते इस संबंध में कुछलोगों पर जिम्मेदारी तय की जा रही है।
सीसुब जता चुका है आपत्ति
सीमावर्तीक्षेत्रों में अवैध ढंग से धार्मिक स्थलों के निर्माण को लेकर सीमा सुरक्षा बल भी आपत्ति जता चुका है। पिछले अर्से गंगानगर क्षेत्र में बल ने करीब 34 ऐसे स्थलों की सूची राज्य सरकार को भिजवाई थी।गत दिनों जैसलमेर के दौरे पर आए बल के महानिदेशक केके शर्मा ने कहा था कि बिना अनुमति बनने वाले धार्मिक स्थलों के संबंध में प्रशासन स्तर पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
नया निर्माण नहीं मिला
सीमावर्ती समक्षेत्रके धनाना में धार्मिक स्थल का निर्माण करवाए जाने के संबंध में प्रशासन को जानकारी मिलने के बाद तहसीलदार को जांच के लिए भेजा गया।तहसीलदार ने बताया कि वहां धार्मिक स्थल का नया निर्माण नहीं करवाया गया है।
– कैलाश चंद मीना, जिला कलक्टर, जैसलमेर