रामदेवरा के गांवो मे पानी की विकट समस्या
रामदेवरा ग्राम पंचायत रामदेवरा के अंतर्गत आने वाले राजस्व गांवो सहित दर्जनों ढाणियों में इन दिनों पेयजल की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है। पशुओं के पीने के लिए पानी की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने पर ग्रामीण जन सहयोग करके पशु खेली में पानी डलवा कर पशुओं को प्यास बुझाने का जतन कर रहे हैं। निकटवर्ती कल्याण सिंह रिड़मल की ढाणी की मनभेरी नाडी एकदम सुख जाने से पशुओं के लिए पानी पीने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नही होने से ग्रामीणों ने जन सहयोग करके पशु खेली में पानी के टेंकर डलवाये ताकि आस-पास के पशुओं को पीने का पानी मिल सके। ग्रामीण सोहनसिंह ने बताया कि ढाणियों में पीने का पानी नही पहुंच रहा है। ऐसे में पशुओं का हाल बेहाल है। पानी की विकट समस्या को लेकर लोग तो टेंकर डलवाकर अपनी आपूर्ति कर लेते है, लेकिन पशुओं के लिए कोई सुविधा नही है। ऐसे में जन जीवन भी अस्त व्यस्त है। ग्रामीणों की मांग है कि उनकी ढाणी के पास से पाइप लाइन गुजर रही है। करीब 1 हजार फीट की पाइप लाइन को बढ़ा कर जोड़ दिया जाए तो पेयजल किल्लत खत्म हो सकती है। ग्रामीणोंं के जनसहयोग करक़े पशु खेली में पानी डलवाने से पशुओ को राहत मिली है। इन दिनों तापमान 44 डिग्री के करीब चल रहा है ऐसे में लोगो को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।आम जन जीवन बेहाल है।
रामदेवरा ग्राम पंचायत रामदेवरा के अंतर्गत आने वाले राजस्व गांवो सहित दर्जनों ढाणियों में इन दिनों पेयजल की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है। पशुओं के पीने के लिए पानी की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने पर ग्रामीण जन सहयोग करके पशु खेली में पानी डलवा कर पशुओं को प्यास बुझाने का जतन कर रहे हैं। निकटवर्ती कल्याण सिंह रिड़मल की ढाणी की मनभेरी नाडी एकदम सुख जाने से पशुओं के लिए पानी पीने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नही होने से ग्रामीणों ने जन सहयोग करके पशु खेली में पानी के टेंकर डलवाये ताकि आस-पास के पशुओं को पीने का पानी मिल सके। ग्रामीण सोहनसिंह ने बताया कि ढाणियों में पीने का पानी नही पहुंच रहा है। ऐसे में पशुओं का हाल बेहाल है। पानी की विकट समस्या को लेकर लोग तो टेंकर डलवाकर अपनी आपूर्ति कर लेते है, लेकिन पशुओं के लिए कोई सुविधा नही है। ऐसे में जन जीवन भी अस्त व्यस्त है। ग्रामीणों की मांग है कि उनकी ढाणी के पास से पाइप लाइन गुजर रही है। करीब 1 हजार फीट की पाइप लाइन को बढ़ा कर जोड़ दिया जाए तो पेयजल किल्लत खत्म हो सकती है। ग्रामीणोंं के जनसहयोग करक़े पशु खेली में पानी डलवाने से पशुओ को राहत मिली है। इन दिनों तापमान 44 डिग्री के करीब चल रहा है ऐसे में लोगो को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।आम जन जीवन बेहाल है।