शहीद पुलिसकर्मियों को किया याद,शोक परेड का आयोजन
जैसलमेरPublished: Oct 21, 2019 07:56:38 pm
जैसलमेर पुलिस लाइन में सोमवार को शहीद दिवस पर शोक परेड का आयोजन किया गया और उन वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिन्होंने कर्तव्य पालन करते हुए प्राणोत्सर्ग कर दिया। निरीक्षक कांतासिंह के नेतृत्व में सलामी दी गई। जिसके के बाद पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग ने गत वर्ष शहीद हुए 292 नामों का वाचन किया और शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र चढ़ाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।
शहीद पुलिसकर्मियों को किया याद ,शोक परेड का आयोजन
जैसलमेर. जैसलमेर पुलिस लाइन में सोमवार को शहीद दिवस पर शोक परेड का आयोजन किया गया और उन वीर सपूतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिन्होंने कर्तव्य पालन करते हुए प्राणोत्सर्ग कर दिया। निरीक्षक कांतासिंह के नेतृत्व में सलामी दी गई। जिसके के बाद पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग ने गत वर्ष शहीद हुए 292 नामों का वाचन किया और शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र चढ़ाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। पुलिस अधीक्षक के साथ अन्य अधिकारियों व एवं कार्मिकों ने शहीद स्मारक पर पुष्प चढ़ाए। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश बैरवा, शहर कोतवाल किशनसिंह, थानाधिकारी महिला थाना नाथूसिंह एवं आरआई पुलिस लाइन कांतासिंह ढिल्लो, हवलदार मेजर जालमसिंह आदि उपस्थित रहे। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष पुलिस शहीद दिवस भारतीय पुलिस के जवानों की याद में मनाया जाता है जिन्होंने 1959 में लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र में मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। शहीद दिवस पर जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. कंग व अन्य अधिकारियों ने जिला पुलिस में कार्यरत रहते हुए शहादत देने वाले जगन्नाथ शर्मा और पूनमसिंह के शहीद स्मारकों पर माल्र्यापण कर उनकी शहादत को सलाम किया गया। वहीं पुलिस लाइन में पौधरोपण भी किया गया।
रक्तदान शिविर का आयोजन
शहीद दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन में रक्तदान शिविर आयोजन किया गया। जिसमें 21 पुलिसकर्मियों ने रक्तदान किया। जवाहर चिकित्सालय से डॉ. दामोदर खत्री तथा अन्य ने अपनी सेवाएं दी। इसी तरह से पुलिस अधीक्षक ने जिला पुलिस में कार्यरत रहते हुए अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों के घर जाकर उनके परिवार वालों से मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी।
पुलिसकर्मी ने शहीद राजेन्द्रसिंह पर लिखी कविता
मोहनगढ़ के शहीद राजेंद्रसिंह पर पुलिसकर्मी लूणसिंह महाबार ने कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि दी है। जिसका प्रकाशन राजेंद्र रूपक पुस्तिका में किया गया है। लूणसिंह ने उक्त पुस्तक की प्रति पुलिस अधीक्षक को भेंट की। जिसकी डॉ. कंग ने प्रशंसा करते हुए उनकी हौसला अफजाई की गई।