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तीनों सेनाओं के कमांडरों की कॉन्फ्रेंस जैसलमेर में,सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के पहुंचने की संभावना

locationजैसलमेरPublished: Sep 18, 2019 08:50:02 pm

Submitted by:

Deepak Vyas

सीमावर्ती जैसलमेर स्थित अहम सैन्य स्टेशन में तीनों सेनाओं थल सेना, वायुसेना और नौ सेना के कमांडरों की महत्वपूर्ण कॉन्फ्रेंस 18 से 20 सितम्बर की अवधि में आयोजित की जा रही है।

Conference of army commanders in Jaisalmer

तीनों सेनाओं के कमांडरों की कॉन्फ्रेंस जैसलमेर में,सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के पहुंचने की संभावना

जैसलमेर. सीमावर्ती जैसलमेर स्थित अहम सैन्य स्टेशन में तीनों सेनाओं थल सेना, वायुसेना और नौ सेना के कमांडरों की महत्वपूर्ण कॉन्फ्रेंस 18 से 20 सितम्बर की अवधि में आयोजित की जा रही है। जानकारी के अनुसार कॉन्फ्रेंस का विधिवत उद्घाटन करने सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के गुरुवार को जैसलमेर आने की संभावना है। जानकारी के अनुसार कॉन्फ्रेंस में इस्टर्न नेवल, सदर्न नेवल, आर्मी के सदर्न कमांड सहित वायुसेना के रीजनल कमांडर शामिल होंगे और मौजूदा समय में पड़ोस पाकिस्तान के साथ चल रहे भारत के संबंधों के परिप्रेक्ष्य में किसी भी आपात समय में सेना के तीनों अंगों के साझा ऑपरेशन आदि पर विचार विमर्श करेंगे।
युद्ध संग्रहालय में श्रद्धांजलि स्थल का उद्घाटन
जैसलमेर. शहर के समीप युद्ध संग्रहालय में श्रद्धांजलि स्थल का बुधवार को उद्घाटन किया गया। ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ दक्षिण कमांड ले. जनरल एस के सैनी ने बुधवार को जैसलमेर युद्ध संग्रहालय में वीर शहीदों की याद में उद्घाटन किया। श्रद्धांजलि स्थल को बनाने का मुख्य उद्धेश्य भारतीय सेना के शहीद नायकों व वीरता पुरस्कार विजेताओं को श्रद्धांजलि देना है और उनके बलिदान के बारे में अधिक से अधिक जागरुकता को बढ़ावा देना है। श्रद्धांजलि स्थल पर 21 परमवीर चक्र विजेता, 53 अशोक चक्र विजेता, 214 महावीर चक्र विजेता व राजस्थान के 981 वीर शहीदों के साथ-साथ जिले के 12 वीरता पुरस्कार विजेताओं और 15 वीर शहीदों के नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित किए गए हैं। कोणार्क केार तथा बैटल एक्स डिविजन की देख-रेख में श्रद्धांजलि स्थल की संरचना तैयार की गई। श्रद्धांजलि स्थल की ऊंचाई 16 फीट और चौड़ाई 138 फीट है और इसके मध्य में 16 फीट ऊंचा कोणार्क चक्र बना हुआ है। ढांचे में तीन जवानों का प्रतिबिम्ब दर्शाया गया है। श्रद्धांजलि स्थल पर चढऩे के लिए दो सीढिय़ा हैं, जो स्मारक की पवित्रता को दर्शाती हैं। जैसलमेर युद्ध संग्रहालय की स्थापना 24 अगस्त 2015 को हुई थी। तब से निरंतर इस संग्रहालय का विस्तार किया जा रहा है। श्रद्धांजलि स्थल के निर्माण के लिए शहरी सुधार प्रन्यास, जैसलमेर एवं सैनिक कल्याण केन्द्रए राजस्थान का योगदान सराहनीय है । यहां पर जिला कलक्टर नमित मेहता, कर्नल बीएस राठौड़, सभापति कविता खत्री भी मौजूद थे।
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