गांवों में भी अब महंगे हुए शादी समारोह
सरहदी जिले में अक्षय तृतीया को अबूझ सावों के दौरान करीब 40 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। शहर के साथ-साथ अब गांवों में भी महंगी शादियों का दौर चल निकला है। एक अनुमान के तौर पर वर व वधु पक्ष की ओर से न्यूनतम एक-एक लाख रुपए तो खर्च किए ही जाते हैं। कई विवाह समारोहों में 20 से 50 लाख अथवा एक करोड़ रुपए तक भी खर्च किया जा रहा है।
सरहदी जिले में अक्षय तृतीया को अबूझ सावों के दौरान करीब 40 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। शहर के साथ-साथ अब गांवों में भी महंगी शादियों का दौर चल निकला है। एक अनुमान के तौर पर वर व वधु पक्ष की ओर से न्यूनतम एक-एक लाख रुपए तो खर्च किए ही जाते हैं। कई विवाह समारोहों में 20 से 50 लाख अथवा एक करोड़ रुपए तक भी खर्च किया जा रहा है।
बाल विवाहों पर प्रशासन की 'आंखÓ
वैसे, शहर हो या फिर ग्रामीण क्षेत्र अब शिक्षा के प्रचार-प्रसार तथा कानूनी कार्रवाई के भय से बाल विवाह होने की घटनाएं पहले की अपेक्षा खासी कम हो चुकी हैं। ऐहतियात के तौर पर अक्षय तृतीया पर अथवा उसके आसपास नाबालिगों की शादियों पर प्रशासन ने नजरें जमा रखी है तो सूचना तंत्र को भी सक्रिय कर दिया है। सरकारी कार्मिकों को जमीनी स्तर पर जिम्मेदारियां सौंपी गई।
फैक्ट फाइल -
-3 मई के दौरान अबूझ सावे में बड़ी संख्या में होने है विवाह समारोह
-40 करोड़ रुपए का खर्च होने का अनुमान
-3000 से अधिक लोगों को मिला सीधा रोजगार
वैसे, शहर हो या फिर ग्रामीण क्षेत्र अब शिक्षा के प्रचार-प्रसार तथा कानूनी कार्रवाई के भय से बाल विवाह होने की घटनाएं पहले की अपेक्षा खासी कम हो चुकी हैं। ऐहतियात के तौर पर अक्षय तृतीया पर अथवा उसके आसपास नाबालिगों की शादियों पर प्रशासन ने नजरें जमा रखी है तो सूचना तंत्र को भी सक्रिय कर दिया है। सरकारी कार्मिकों को जमीनी स्तर पर जिम्मेदारियां सौंपी गई।
फैक्ट फाइल -
-3 मई के दौरान अबूझ सावे में बड़ी संख्या में होने है विवाह समारोह
-40 करोड़ रुपए का खर्च होने का अनुमान
-3000 से अधिक लोगों को मिला सीधा रोजगार