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coronavirus: 200 से अधिक मजदूर पहुंचे पोकरण, आंसू के साथ बयां कर रहे है दर्द

locationजैसलमेरPublished: Mar 30, 2020 07:46:12 pm

Submitted by:

Deepak Vyas

– एक घंटे तक चलती रही समझाइश- प्रशासन ने रोका, स्कूलों में ठहराया

coronavirus: 200 से अधिक मजदूर पहुंचे पोकरण, आंसू के साथ बयां कर रहे है दर्द

coronavirus: 200 से अधिक मजदूर पहुंचे पोकरण, आंसू के साथ बयां कर रहे है दर्द

पोकरण. ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग नलकूपों पर कार्य करने वाले 200 से अधिक मजदूर सोमवार को दोपहर बाद अचानक पोकरण पहुंचे और पैदल ही अपने स्वदेश की तरफ लौटने लगे। जोधपुर रोड की तरफ गुजरते बड़ी संख्या में मजदूरों का रेला भारत-पाक जब अलग हुआ, उस समय के नजारों से कुछ कम नहीं था। यहां खड़े कुछ लोगों ने उन्हें रोका, तो आंसू के साथ उनका दर्द फूट पड़ा तथा गांव की तरफ जाने की बात कहने लगे। यहां पास बैठे होटल व्यवसायी की ओर से उनके लिए चाय की व्यवस्था की गई। इतने में सूचना मिलने पर प्रशासन व पुलिस मौके पर पहुंची और सभी मजदूरों को स्कूलों में ठहराने की व्यवस्था की। गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण के बाद लॉक डाउन के कारण मध्यप्रदेश, बिहार, उत्तरप्रदेश से सैंकड़ों की संख्या में आए मजदूरों के बेहाल हो रहे है। पश्चिमी राजस्थान की सीमा पर स्थित जैसलमेर जिले में सैंकड़ों मजदूर अपना डेरा डाले बैठे है, जो अपने गांवों की तरफ जाने की गुहार लगा रहे है।
अफवाहों ने बढ़ाई परेशानी
इन मजदूरों में अफवाह फैल गई है कि प्रशासन की ओर से उनके लिए बसों की व्यवस्था की गई है। जैसलमेर के ग्रामीण क्षेत्रों में डेरा डाले बैठे मजदूरों में अफवाह फैलने के बाद उनमें होड़ सी मची हुई हैै। सभी मजदूर साधन नहीं मिलने की स्थिति में पैदल ही पोकरण पहुंच रहे है। यहां प्रशासन की कोई व्यवस्था नहीं देख ये सभी मजदूर जोधपुर की तरफ निकल रहे है। अफवाहों ने प्रशासन व पुलिस की मशक्कत करवा दी है।
पैदल जा रहे मजदूरों को रोका
ग्रामीण क्षेत्रों से सोमवार को पोकरण पहुंचे 200 से अधिक मजदूर जोधपुर की तरफ पैदल जा रहे थे। यहां कुछ लोगों की ओर से उन्हें रोक दिया गया तथा इसकी सूचना प्रशासन को दी गई। इस दौरान यहां पास बैठे होटल व्यवसायी आईदानसिंह भाटी व संतोष पालीवाल की ओर से उनके लिए चाय व पानी की व्यवस्था की गई। सूचना मिलते ही उपखंड अधिकारी अजय अमरावत, पुलिस उपाधीक्षक मोटाराम गोदारा, थानाधिकारी सुरेन्द्रकुमार प्रजापति, पार्षद विजय व्यास व बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा। प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों की ओर से सभी को यहीं रोक दिया गया। मजदूरों ने एक बार सभी अधिकारियों को घेर लिया और अपने घर पर जाने की व्यवस्था करने की मांग करने लगे। जिस पर अधिकारियों ने उनसे काफी देर तक समझाइश की। सूचना पर नगरपालिका अध्यक्ष आनंदीलाल गुचिया, सहायक राजस्व निरीक्षक रामस्वरूप गुचिया भी ट्रैक्टर व अन्य वाहनों के साथ मौके पर पहुंचे।
फूट पड़े आंसू, एक घंटे बाद माने
अपना दर्द बयां करते मजदूरों के आंसू फूट पड़े। विशेष रूप से महिलाएं फूट-फूटकर रोने लगी। जिन्हें देखकर हर किसी की आंखें नम हो गई। उन्होंने प्रशासन से अपने घर जाने की गुहार लगाई। जिस पर उपखंड अधिकारी अमरावत ने बताया कि उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती। सरकार व जिला कलक्टर के निर्देशानुसार उन्हें यहां रोकने के लिए व्यवस्था की गई है। उनके लिए भोजन सहित निवास की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।

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