एयरफोर्स चौराहा की छतरी की गोल चौकी भी सडक़ के लगभग समान लेवल पर आ गई है। यहां सडक़ निर्माण के समय चौकी को ऊंचा नहीं किया गया। ऐसे में अब यह चौकी व सडक़ एक ही लेवल में आ गए हैं। इस चौराहे में रात में काफी अंधेरा रहता है कई बार बाइक सवार इस चौकी पर असंतुलित होकर चढ़ जाते हैं। जो जानलेवा भी साबित हो सकता है।
इस स्थान के ठीक सामने और आरपी कालोनी के पार्क के समक्ष, जहां सडक़ व डिवाइडर एक ही लेवल में आ गए यहां से ही बस्ती वालों का और स्कूली बच्चों का आवागमन रहता है, लेकिन वाहन चलाने वाले इस बात का ध्यान नहीं रखते। वे शॉर्टकट के चक्कर में डिवाइडर के ऊपर से वाहन निकाल स्वयं और दूसरों की जान को खतरे में डाल रहे हैं। चौराहे में डिवाइडर व सडक़ के समान धरातल के अलावा यहां चौराहे के चारों तरफ से सडक़ उधड़ी हुई है। जगह-जगह गड्ढ़े बन गए हैं। ऐसे में यहां से भारी वाहनों के निकलने में काफी कठिनाई हो रही है। लाइम स्टोन व पत्थर के भारी ब्लॉक आदि से भरे ट्रक भी यहीं से निकलते हैं जो हादसे का शिकार हो सकते हैं। सडक़ उधडऩे से सडक़ की कंकरीट व मिट्टी निकल आई इस कारण कई बाइक रपटने के हादसे हो चुके हैं।