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सोलर प्लांट के चल रहे कार्य के दौरान विवाद,जेसीबी मशीन में तोडफ़ोड़,चालक से मारपीट

locationजैसलमेरPublished: Jan 21, 2019 08:54:49 am

Submitted by:

Deepak Vyas

-सोलर प्लांट के चल रहे कार्य के दौरान विवाद की स्थिति

jaisalmer

सोलर प्लांट के चल रहे कार्य के दौरान विवाद,जेसीबी मशीन में तोडफ़ोड़,चालक से मारपीट

जैसलमेर/पोकरण. क्षेत्र के छायण गांव में उस समय विवाद की स्थिति पैदा हो गई, जब गांव के कुछ लोगों ने एकत्र होकर सौर ऊर्जा उत्पादन संयंत्र पर कार्य कर रही एक जेसीबी मशीन में तोडफ़ोड़ कर दी तथा चालक व एक अन्य व्यक्ति के साथ मारपीट की। गांव में झगड़े व विवाद की जानकारी मिलने पर रविवार को सुबह सौर ऊर्जा प्लांट के बाहर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। सूचना मिलने पर तहसीलदार रामसिंह जोधा, थानाधिकारी रामदेवरा देवीसिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों व सौर ऊर्जा कंपनी के अधिकारियों के साथ बातचीत कर मामला शांत करवाया। गौरतलब है कि छायण गांव में टाटा सोलर पॉवर लिमिटेड की ओर से सौर ऊर्जा उत्पादन संयंत्र लगाने का कार्य किया जा रहा है। सोलर पॉवर कंपनी के पास ही भारतीय सेना में कार्यरत एक सैनिक दीपसिंह पुत्र रेंंवतसिंह का खेत स्थित है। जिसके पास सरकारी भूमि होने के कारण वर्षों से खेत तक आने जाने के लिए मार्ग खुला पड़ा था। गत दिनों सौर ऊर्जा कंपनी की ओर से खेत के तीन तरफ चारदीवारी व फैंसिंग का निर्माण करवा दिया गया। आरोप है कि इस कारण सैनिक परिवार के खेत पर आने जाने के लिए रास्ता बंद हो गया। उसके अनुसार रास्ता खुलवाने के लिए तीन दिन पूर्व उपखण्ड प्रशासन को ज्ञापन भी प्रस्तुत किया गया, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिससे सैनिक दीपसिंह के परिवार व सौर ऊर्जा कंपनी के ठेकेदार के बीच विवाद हो गया तथा मामला मारपीट तक पहुंच गया। जिससे दो-तीन लोगों को चोटें लगी तथा सैनिक के साथ आए ग्रामीणों ने ठेकेदार की जेसीबी में तोडफ़ोड़ भी की।
समझाइश से सुलझा मामला
छायण गांव में सौर ऊर्जा कंपनी व ग्रामीणों के बीच हुए विवाद की जानकारी मिलने पर रविवार को तहसीलदार रामसिंह जोधा, थानाधिकारी देवीसिंह, सहायक उपनिरीक्षक चनणाराम मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। उन्होंने सौर ऊर्जा कंपनी के अधिकारियों व ग्रामीणों के साथ वार्ता की। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर साकेत पोरवाल, संदीप बांका, गांव के प्रयागसिंह, पूर्व सरपंच कानसिंह, तगतसिंह परिहार, भू-अभिलेख निरीक्षक गोविंद गर्ग, पटवारी अनवर अली के साथ हुई बातचीत में कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि कंपनी परिसर के अंदर से मार्ग नहीं दिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जब तक सौर ऊर्जा उत्पादन का कार्य शुरू नहीं हो जाता, तब तक सैनिक के परिवार के लोग आवागमन कर सकते है तथा विद्युत उत्पादन के बाद किसी व्यक्ति को परिसर में आवागमन नहीं करने दिया जाएगा। तहसीलदार रामसिंह ने सैनिक दीपसिंह सहित ग्रामीणों को समझाया कि सैनिक के खेत की अन्य दिशा में स्थित कृषि भूमि के खातेदारों की आपसी सहमति प्रस्तुत करने पर उनके खेतों के बीच से मार्ग कटाण कर राजस्व रिकॉर्ड में इन्द्राज कर दिया जाएगा। जिससे समस्या का समाधान हो जाएगा। समझाइश के बाद मामला शांत हो गया तथा ग्रामीणों ने आंदोलन समाप्त किया।
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