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आग की घटनाओं के बावजूद नहीं है दमकल की व्यवस्था

locationजैसलमेरPublished: Oct 28, 2021 06:44:08 pm

Submitted by:

Deepak Vyas

कृपा रखना बाबा! चिंगारी न भड़के…- आग की घटनाओं से होती है परेशानी, बड़े हादसे की बनी है आशंका

आग की घटनाओं के बावजूद नहीं है दमकल की व्यवस्था

आग की घटनाओं के बावजूद नहीं है दमकल की व्यवस्था

रामदेवरा. गांव में दमकल की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण वर्ष में कई बार होने वाली आग की घटनाओं से लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। बावजूद इसके यहां दमकल की व्यवस्था करने को लेकर जिम्मेदारों की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। गौरतलब है कि रामदेवरा गांव की आबादी करीब 11 हजार है। धार्मिक नगरी होने तथा लोकदेवता बाबा रामदेव की समाधि स्थित होने के कारण यहां प्रतिदिन सैंकड़ों श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंचते है। गांव में छोटी बड़ी 500 दुकानें तथा 400 होटलें व धर्मशालाएं स्थित है। गांव में प्रतिवर्ष छोटी बड़ी आग की घटनाएं होती रहती है। जिससे दुकानदारों को लाखों रुपए का नुकसान होता है। गांव में दमकल नहीं होने के कारण आग की घटना होने पर पोकरण अथवा जैैसलमेर से दमकल बुलानी पड़ती है। जिसके आने में देरी होने पर नुकसान भी अधिक हो जाता है। बावजूद इसके यहां दमकल की व्यवस्था करने को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
धार्मिक नगरी, फिर भी अनदेखी
कृष्ण के कलयुगी अवतार माने जाने वाले लोकदेवता बाबा रामदेव की समाधि रामदेवरा में स्थित होने के कारण यहां प्रतिवर्ष ***** व माघ माह में दो बड़े मेले तथा नवरात्रि के दौरान दो मेले एवं कार्तिक माह में दीपावली के बाद यहां हजारों श्रद्धालु पहुंचते है। मात्र ***** माह में यहां 20 से 30 लाख श्रद्धालु यहां आते है। ऐसे में यहां छोटी बड़ी करीब 500 दुकानें भी स्थित है। धार्मिक नगरी में श्रद्धालुओं की आवक के बावजूद यहां आग की घटनाओं को रोकने के लिए दमकल की व्यवस्था नहीं की जा रही है। हालांकि ***** मेले में पोकरण व जैसलमेर से दो दमकल यहां तैनात की जाती है, लेकिन अन्य दिनों में कोई व्यवस्था नहीं रहती है।
अस्थायी दुकानों से फैलती है आग
गांव में करीब 500 दुकानें स्थित है, जिनमें से अधिकांश दुकानें अस्थायी है। मात्र शामियानों से दुकानें लगाई गई है। इसके अलावा कई दुकानों के शटर की बजाय कपड़े के पर्दों से दुकान को ढका जाता है। ऐसे में आग की घटना होने पर कपड़े के पर्दों व शामियानों से आग फैलती है। जिससे नुकसान अधिक हो जाता है। जिसको लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
घोषणा के बाद भी नहीं मिली दमकल
वर्ष 2019 में रामदेवरा में हुई आग की घटना पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत निरीक्षण के लिए आए थे। जिस पर पोकरण विधायक व अल्पंसख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण विभाग के मंत्री शाले मोहम्मद ने विधायक मद से दमकल उपलब्ध करवाने की घोषणा की थी, लेकिन दो वर्ष बाद भी दमकल नहीं मिली है।
पांच वर्षों में हुई चार बड़ी घटनाएं
– 30 अगस्त 2016 को लगी आग से रामदेव अन्नक्षेत्र की करीब एक दर्जन दुकानें जली।
– 27 फरवरी 2019 को मुख्य बाजार में लगी आग से 32 दुकानें व उनमें रखा सामान जलकर नष्ट हो गया था।
– 31 मार्च 2021 को ग्राम पंचायत की तीन दुकानें जल गई थी
– 4 अप्रेल 2021 को वीआईपी रोड के किनारे एक दुकान में लगी आग से सामान जला।
फैक्ट फाइल:-
– 500 छोटी बड़ी दुकानें है स्थित
– 400 होटलेंं, रेस्टोरेंट व धर्मशालाएं है स्थित
– 12 किमी दूर है पोकरण उपखंड मुख्यालय से
– 120 किमी जिला मुख्यालय है दूरी
– 40 से 50 लाख श्रद्धालु आते है प्रतिवर्ष रामदेवरा
अनुमति मिलें तो खरीदें
जिला कलक्टर, जिला परिषद, पंचायत समिति से अनुमति मिलें तो ग्राम पंचायत दमकल की गाड़ी खरीद सकती है। दमकल की गाड़ी की देखरेख की व्यवस्था प्रशासन को करनी होगी, ताकि जरुरत के समय उपयोग किया जा सके।
– समंदरसिंह तंवर, सरपंच ग्राम पंचायत, रामदेवरा।
व्यापारियों को होता है नुकसान
आगजनी की घटनाओं से व्यापारियों को नुकसान होता है। दमकल की व्यवस्था की जाए तो समय पर आग पर काबू कर नुकसान को कम किया जा सकता है।
– घनश्याम, व्यापारी, रामदेवरा।
होनी चाहिए दमकल
आग लगने पर पोकरण से जब तक दमकल आती है, तब तक देर हो जाती है तथा नुकसान अधिक होता है। इसलिए रामदेवरा में दमकल की व्यवस्था होना आवश्यक है।
– भंवर विश्रोई, व्यापारी, रामदेवरा।
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