शिक्षा के प्रति सीमांत जैसलमेर जिले के लोगों की सोच में बदलाव आ रहा है, लेकिन आज भी गांवों में बालिकाओं को आठवीं से आगे की पढ़ाई करवाने के प्रति अपेक्षित माहौल नहीं है। बाहरी कस्बों या शहरों में जाकर पढ़ाई करने के लिए उनकी सुरक्षा का विषय अभिभावकों के लिए बहुत गंभीर है। सरकार को ऐसे उपाय करने चाहिए, जिससे अभिभावक निश्चिंत होकर बालकों की भांति बालिकाओं को भी बाहर पढऩे के लिए भेज सकें।
राज्य बजट में अव्वल तो शिक्षा पर खर्च बढऩा चाहिए और जो राशि इसके लिए रखी जाती है, उसका सदुपयोग भी तय होना चाहिए। सरकार को कम्प्यूटर और तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए और प्रयास करने की दरकार है, ताकि राजस्थान के युवा बाहरी राज्यों में भी काम पा सकें। इसी तरह से बजट में पर्यावरण को बढ़ावा दिलाने, नशावृत्ति सहित अन्य सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए जन जागरण के संबंध में भी वित्तीय प्रावधान करने चाहिए।
– जितेंद्र खत्री जिले में उद्योग धंधे स्थापित करने के लिए विशेष प्रयास हो, जहां यहां के बेरोजगारों को प्राथमिकता से रोजगार दिलाया जाए।
– परमानंद सोनी
– बाबूदान चारण स्कूली स्तर की राज्यस्तरीय खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए सरकार को संसाधन मुहैया करवाने चाहिए।
– रामेश्वरलाल बोरावट
– पुरेंद्रसिंह भाटी