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ग्रामीण इलाकों में गहराने लगा पेयजल संकट,कब तर होंगे प्यासे कंठ

locationजैसलमेरPublished: May 17, 2019 06:45:32 pm

Submitted by:

Deepak Vyas

बडोडा गांव ग्राम पंचायत के राजस्व गांव आशायच स्थित पूर्वी वास में बनी जीएलआर में निर्माण से लेकर आज तक एक बूंद भी पानी नसीब नहीं हुआ है।

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ग्रामीण इलाकों में गहराने लगा पेयजल संकट,कब तर होंगे प्यासे कंठ

जैसलमेंर/डाबला. बडोडा गांव ग्राम पंचायत के राजस्व गांव आशायच स्थित पूर्वी वास में बनी जीएलआर में निर्माण से लेकर आज तक एक बूंद भी पानी नसीब नहीं हुआ है। जानकारी के अनुसार जल ग्रहण विकास कमेटी आशायच की ओर से वर्ष 2011 व 12 में निर्माण किया गया था, उसके बाद दो बार लीपापोती करके सफाई की रकम भी उठा ली गई, लेकिन जीएलआर के अंदर ना तो पाइप कनेक्शन जुड़ा हुआ है और ना ही पानी संग्रहण के लिए नल लगी हुई है। जीएलआर के निकट महज 50 फीट की दूरी में जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन बिछी हुई है। उसी में यदि कनेक्शन कर दिया जाए तो राहत मिल सकेगी। गौरतलब है कि आशायच के पूर्वी वास में बनी पानी की टंकी व पशु खेली में जलापूर्ति नहीं होने से आमजन के साथ साथ पशुओं को प्यास बुझाने के लिए भटकना पड़ रहा है। पशु पक्षी व आमजन को खाली जीएलआर के कारण प्यास से त्रस्त होकर बेहाल होना पड़ रहा है। ग्रामीणों के अनुसार जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर आशायच स्थित पंप हाउस में विभागीय उदासीनता के चलते पशुओं को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है वहीं पंप हाउस से महज एक किलोमीटर दूरी पर होने के कारण ढाणियों में भी पेयजल आपूर्ति समय पर नहीं हो रही है। ग्रामीण हरीसिह सिसौदिया बताते हैं कि जीएलआर व पास बने पानी खेली में एक बूंद भी पानी नही हैं और पशु भटकते हुए देखे जा सकते हैं। डाबला ग्राम पंचायत के जौधा स्थित खेतसिंह की ढाणी में पिछले काफी दिनो से पेयजल आपूर्ति ठप हैं। यहां पन्द्रह बीस दिनों से जलापूर्ति प्रभावित हो रही है।
10 दिनों बाद सुचारु हुई जलापूर्ति
लाठी. क्षेत्र के सोढ़ाकोर गांव में निर्मित जीएलआर व पशुकुण्ड में 10 दिन बाद जलापूर्ति सुचारु होने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। गौरतलब है कि सोढ़ाकोर में 10 दिनों से जलापूर्ति बंद होने के कारण ग्रामीणों को पेयजल संकट से रूबरू होना पड़ रहा था। इसी को लेकर राजस्थान पत्रिका के 12 मई के अंक में 10 दिनों से सूखा जीएलआर व पशुकुण्ड शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया गया। जिस पर हरकत में आए जलदाय विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बुधवार शाम नलकूप को ठीक कर जलापूर्ति शुरू की। जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
ठाकरबा में 15 दिन से पानी देना भूले
-ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण हैरान तो पशुधन व्याकुल
नोख. क्षेत्र के ठाकरबा में गत एक पखवाड़े से जलापूर्ति बंद होने के कारण ग्रामीणों को पेयजल संकट से रूबरू होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां बीकानेर जिलांतर्गत भड़ल गांव से जलापूर्ति की जाती है। गत एक पखवाड़े से जलापूर्ति बंद होने के कारण जीएलआर व पशुखेली सूखी पड़ी है। ऐसे में ग्रामीणों को ट्रैक्टर टंकियों से पानी खरीदकर मंगवाना पड़ रहा है, तो मवेशी पानी के लिए इधर उधर भटक रहे है।
रामदेवरा. ग्राम पंचायत सादा के दूधिया स्थित बीजलराम मेघवाल की ढाणी में गत लम्बे समय से जलापूर्ति बंद होने के कारण ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि ढाणी में निर्मित जीएलआर सूखी पड़ी है। ऐसे में उन्हें महंगे दामों में ट्रैक्टर टंकियों से पानी खरीदकर मंगवाना पड़ रहा है। जिससे उन्हें परेशानी हो रही है।
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