लाठी. क्षेत्र के सोढ़ाकोर गांव में निर्मित जीएलआर व पशुकुण्ड में 10 दिन बाद जलापूर्ति सुचारु होने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। गौरतलब है कि सोढ़ाकोर में 10 दिनों से जलापूर्ति बंद होने के कारण ग्रामीणों को पेयजल संकट से रूबरू होना पड़ रहा था। इसी को लेकर राजस्थान पत्रिका के 12 मई के अंक में 10 दिनों से सूखा जीएलआर व पशुकुण्ड शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया गया। जिस पर हरकत में आए जलदाय विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बुधवार शाम नलकूप को ठीक कर जलापूर्ति शुरू की। जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
-ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण हैरान तो पशुधन व्याकुल
नोख. क्षेत्र के ठाकरबा में गत एक पखवाड़े से जलापूर्ति बंद होने के कारण ग्रामीणों को पेयजल संकट से रूबरू होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां बीकानेर जिलांतर्गत भड़ल गांव से जलापूर्ति की जाती है। गत एक पखवाड़े से जलापूर्ति बंद होने के कारण जीएलआर व पशुखेली सूखी पड़ी है। ऐसे में ग्रामीणों को ट्रैक्टर टंकियों से पानी खरीदकर मंगवाना पड़ रहा है, तो मवेशी पानी के लिए इधर उधर भटक रहे है।
रामदेवरा. ग्राम पंचायत सादा के दूधिया स्थित बीजलराम मेघवाल की ढाणी में गत लम्बे समय से जलापूर्ति बंद होने के कारण ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि ढाणी में निर्मित जीएलआर सूखी पड़ी है। ऐसे में उन्हें महंगे दामों में ट्रैक्टर टंकियों से पानी खरीदकर मंगवाना पड़ रहा है। जिससे उन्हें परेशानी हो रही है।