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जैसलमेर

JAISALMER NEWS- रेगिस्तानी गांवों में सूख रहे कंठ, नहीं बुझ रही पानी की प्यास

काठोड़ी में खारे पानी की आपूर्ति, ग्रामीणों ने जताया रोष

जैसलमेरMar 21, 2018 / 11:11 pm

jitendra changani

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काठोड़ी में खारे पानी की आपूर्ति, ग्रामीणों ने जताया रोष
जैसलमेर . जिले की ग्राम पंचायत काठोड़ी मुख्यालय पर पिछले लम्बे अर्से से खारे पानी की आपूर्ति की जा रही है। इससे ग्रामीणों में रोष है। इसको लेकर मंगलवार को सरपंच मनोहरलाल प्रजापत के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जिला कलक्टर के नाम ज्ञापन देकर समस्या समाधान की मांग की। ज्ञापन में उन्होंने बताया कि गांव में सप्लाई किया जा रहा पानी पीने योग्य नहीं है। इस कारण उन्हें 1500-2000 रुपए खर्च कर मीठा पानी मंगवाना पड़ रहा है।
पशुधन पड़ रहा बीमार
ग्रामीणों का कहना है कि काठोड़ी में करीब 550-600 घरों की बस्ती है। यहां हजारों की संख्या में पशुधन है। जो खारा पानी पीकर बीमार पड़ रहा है। ऐसे ही पिछले वर्ष खारा पानी पीने से गांव की कई गायों की अकाल मृत्यु हो गई थी। सरपंच ने बताया कि पूर्व में गांव में मीठे पानी की आपूर्ति करवाई जाती थी, लेकिन अब खारा पानी पीने को मिल रहा है। ग्रामीणों ने यह समस्या कई बार संबंधित जलदाय विभाग के अधिकारियों को बताई, लेकिन वे पानी के टैंकर भेज कर्तव्य की इतिश्री कर दी जाती है। ग्रामीणों ने काठोड़ी में जलापूर्ति देवा से अथवा जैसलमेर शहर से होने वाली सप्लाई लाइन से करवाने की मांग की।
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पानी के लिए भटक रहा पशुधन
रामगढ़ . निकटवर्ती ग्राम पंचायत नेतसी में लम्बे समय से पेयजल संकट के कारण आमजन तथा मवेशी पानी के लिए भटक रहे हैं। ग्रामीण सुमेरसिंह का कहना है कि गर्मीं का मौसम शुरू होने से पहले ही पानी की किल्लत देखने को मिल रही है। गत सप्ताह से पशु खेळी में पानी नहीं आ रहा है। प्यास के चलते पशुधन भटक रहा है। कई पशुपालक महंगे दाम पर पानी के टैंकर मंगवा रहे हैं, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह सब संभव नहीं है।
पेयजल समस्या निराकरण की मांग
पोकरण. ग्राम पंचायत बारठ का गांव के मेड़वा के ग्रामीणों ने जिला कलक्टर को एक ज्ञापन प्रेषित कर पेयजल समस्या के निराकरण की मांग की है। वार्डपंच बसंती मेघवाल सहित ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि मेड़वा सहित प्रभुपुरा, मेघवालों की ढाणी, बाबो की ढाणी, खाखूराम मेघवाल की ढाणी में जीएलआर बने हुए है। जिन्हें डूंगरे की डिग्गी हेडवक्र्स से जोड़ा गया है। यहां गत लम्बे समय से जलापूर्ति बंद होने के कारण ग्रामीणों को ट्रैक्टर टंकियों से पानी खरीदना पड़ रहा है। जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। उन्होंने यहां पेयजल समस्या के निराकरण की मांग की है।

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