रामदेवरा (जैसलमेर). ग्राम पंचायत रामदेवरा के निकटवर्ती बाहला तालाब में पानी पीने जाने वाले पशुओं के दलदल में फंस कर काल का ग्रास बनने संबंधी समाचार प्रकाशित होने के के बाद जिम्मेदार हरकत में आ गए हैं। इस संबंध में राजस्थान पत्रिका में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित होने के बाद हरकत में आए प्रशासन ने तालाब के पायतन में जमा दलदल को मिटाने के लिए जेसीबी मशीन लगाकर मिट्टी भरने का
काम गुरुवार को युद्ध स्तर पर करवाया। गौरतलब है कि ग्राम पंचायत रामदेवरा से 5 किलोमीटर दूर बाहला तालाब है, जहां पर उसके पायतन में गंदा मटमैला पानी जमा है। आसपास पीने के पानी की कोई सुविधा नहीं होने के कारण प्यासे पशु पानी पीने की आस लिए उस तालाब की तरफ चले जाते हैं। पानी पीने के लिए पशु ज्यों ही उस तालाब में उतरते हैं तो आसपास की गीली मिट्टी उनके 3 से 4 फुट तक पांवों में दलदल में धंस जाती है। ऐसे में पशु बुरी तरह से फंस जाते हैं। एक बार फंसने के बाद उससे बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। एक अनुमान के अनुसार 30 के करीब पशु यहां काल का ग्रास बन चुके हैं।
…ताकि न बने कोई पशु काल का ग्रास तालाब के आस पास मृत पशुओं को हटाने व् तालाब के पायतन में जमा दलदल को मिटाने के लिए गुरुवार को पुन: जेसीबी लगवाई गई है। आस पास की मिट्टी खोदकर उसके पायतन में डलवाई जा रही है, जिससे भविष्य में और कोई पशु इसमे फसकर अपनी जान नही गंवा सके।
-भूरी देवी मीणा, सरपंच, ग्राम पंचायत रामदेवरा