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JAISALMER NEWS- सडक़ निर्माण के संकेत नहीं होने से बढ़ रहे हादसे, इस रोड पर रहे सतर्क

locationजैसलमेरPublished: Mar 22, 2018 10:37:50 am

Submitted by:

jitendra changani

सडक़ निर्माण के दौरान कहीं लगे संकेतक बोर्ड, कहीं अब भी इंतजार

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हादसों को दे रहे निमंत्रण
मोहनगढ़ (जैसलमेर) . आरसीपी कॉलोनी फांटा से काणोद के बीच भारत माला के तहत सडक़ निर्माण चल रहा है। कई स्थानों पर सडक़ निर्माण के दौरान ग्रेफ की ओर से संकेतक बोर्ड भी नहीं लगाए गए हैं। इसको लेकर राजस्थान पत्रिका में 15 मार्च के अंक में ‘मोहनगढ़ काणोद मार्ग पर चेतावनी बोर्ड नहीं होने से खतरा’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित हुआ। इसके बाद मोहनगढ़ काणोद के बीच कम्पनी ने कुछ स्थानों पर तो संकेतक बोर्ड लगाए, लेकिन कई स्थान अब भी ऐसे ही पड़े हैं। जिस जगह बोर्ड लग गए हैं, वहां रात को अंधेरे में वाहन चालकों को चल रहे निर्माण का पता चल पाता है। ऐसे में हादसे की आशंका कम हो जाती है।
कई स्थानों पर नहीं लगे बोर्ड
मोहनगढ़ के आरसीपी फांटा से पहले काफी गहराई तक खुदाई की जा रही है, लेकिन आसपास कहीं भी संकेतक बोर्ड नहीं लगाए गए हैं। इस वजह से वाहन चालकों को रात में टूटी सडक़ को लेकर पता नहीं चल पाता। यही स्थिति काणोद से पहले केरला क्षेत्र की है। जहां तो एक बार वाहन चालकों को रास्ता ही नहीं मिल पाता। निश्चित बाईपास रास्ता नहीं होने से रात में वाहन चालकों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इसके बावजूद जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
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डामर सडक़ के अभाव में परेशानी
नोख ग्राम पंचायत बोड़ाना के ढालेरी के वाशिंदों को अब भी डामर सडक़ के अभाव में कच्चे व रेतीले मार्गों से आवागमन करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि सरकार की ओर से प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना, मुख्यमंत्री सडक़ योजना के अंतर्गत सभी गांवों को डामर रोड को जोड़ दिया गया है। जबकि ढालेरी तक अभी तक डामर सडक़ का निर्माण नहीं करवाया गया है। ऐसे में ग्रामीणों को ग्राम पंचायत मुख्यालय बोड़ाना तक आने जाने में परेशानी हो रही है। हालांकि कुछ वर्ष पूर्व बोड़ाना से तालरिया होते हुए ढालेरी तक सडक़ का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, लेकिन गांव के आबादी क्षेत्र से पूर्व ही सडक़ का कार्य खत्म कर दिया गया। जिसके चलते ग्रामीण आज भी रेतीले व कच्चे मार्गों से आवागमन करने को मजबूर है।
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