जोधपुर से जैसलमेर के बीच 350 किमी के सफर में नहीं है रेलवे अस्पताल की सुविधाजैसलमेर . जैसलमेर से जोधपुर व
बीकानेर के बीच प्रतिदिन सफर कर रहे यात्रियों के स्वास्थ्य की कोई गारंटी नहीं है। रास्ते में किसी की तबीयत खराब हो जाए तो इलाज भी नसीब नहीं होता। ऐसे ही दिल्ली से जैसलमेर इन्टरसिटी एक्सप्रेस में सफर कर रही एक चीनी युवती की तबीयत खराब होने से अचेत हो गई। रास्ते में उसे कहीं उपचार नहीं मिला। इस पर सौ किलोमीटर दूर जैसलमेर में उसके इलाज की तैयारी शुरू की गई। रास्ते में कुछ देर बाद युवती को होश आया तो उसने अपने पास रखी दवाई ले ली। युवती तक उपचार पहुंचा तब तक वह ठीक हो गई और एंबुलेंस को खाली लौट गई। घटना ने रेलवे की आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं की पोल जरूर खोल दी।
यूं हुआ घटनाक्रमदिल्ली से जैसलमेर आ रही इन्टरसिटी एक्सप्रेस गोमट रेलवे स्टेशन पर पहुंची। इस दौरान ट्रेन के एसी कोच में सफर कर रही चीन निवासी नी डुआन (23) की तबीयत बिगड़ गई। उसे उल्टी-दस्त व चक्कर आने लगे। इस पर उसकी महिला मित्र जंग जींफेन (25) ने इसकी शिकायत टीटी भागीरथ से की। इस पर उन्होंने जैसलमेर रेलवे स्टेशन पर सूचना दे उपचार की तैयारी कर ली। यहां करीब आधा घंटे पहले एम्बुलेंस 108 पहुंच गई, लेकिन यहां नी डुआन ने कहा कि वह अब ठीक है।