फिर नजर आए जंगली जानवर के पैरों के निशान,किसानों के छूटने लगे पसीने!
जैसलमेरPublished: Oct 06, 2019 09:07:42 pm
नोख. क्षेत्र में दो दिन बाद एक बार फिर जंगली जानवर के पंजों के निशान खेतों में नजर आने से किसानों के पसीने छूटने लगे है तथा उनमें भय व दहशत का माहौल हो गया है। गौरतलब है कि दो दिन पूर्व ढालेरी मार्ग पर स्थित खेतों में किसी जंगली जानवर के पंजों के निशान नजर आए थे।
फिर नजर आए जंगली जानवर के पैरों के निशान,किसानों के छूटने लगे पसीने!
जैसलमेर/नोख. क्षेत्र में दो दिन बाद एक बार फिर जंगली जानवर के पंजों के निशान खेतों में नजर आने से किसानों के पसीने छूटने लगे है तथा उनमें भय व दहशत का माहौल हो गया है। गौरतलब है कि दो दिन पूर्व ढालेरी मार्ग पर स्थित खेतों में किसी जंगली जानवर के पंजों के निशान नजर आए थे। जिससे किसानों में किसी शेर, चीते या लक्कड़बग्गे अथवा किसी हिंसक जंगली जानवर के होने की आशंका बनी हुई थी। अब दो दिन बाद फिर जंगली जानवर के पंजों के निशान नजर आए है।
पहले बढ़े आगे, फिर सहम कर लौटे
दो दिन बाद रविवार को सुबह बीठे का गांव जाने वाले मार्ग पर स्थित खेतों में कुछ किसानों को अपने खेतों में जंगली जानवर के पंजों के निशान नजर आए। जिस पर कुछ किसान एकत्र हुए और पंजों के निशान देखते हुए आगे बढऩे लगे। खेतों की तरफ सूनसान रास्ते से होते हुए किसान काफी दूर तक गए, लेकिन इसके बाद किसान सहम गए और किसी जंगली जानवर की ओर से उन पर हमला कर देने की आशंका को देखते हुए पुन: लौट आए। पंजों के निशान से किसान भय व दहशत के माहौल है।
रात में खेत जाने से लगता है डर
क्षेत्र के किसानों ने बताया कि खेतों में किसी जंगली जानवर के पंजों के निशान दिखाई देने के बाद से उन्हें किसी अनहोनी को लेकर चिंता सता रही है। उन्होंने बताया कि रात के समय कोई किसान या परिवारजन खेतों की तरफ नहीं जा रहा है, न ही किसी व्यक्ति को जाने की इजाजत दी जा रही है। शाम के समय सिंचाई के बाद किसान अपने खेतों को छोड़कर गांव की तरफ लौट आते है। किसानों ने प्रशासन व वन विभाग से इस संबंध में जांच करने तथा क्षेत्र में लगातार दिखाई दे रहे जंगली जानवरों के पंजों के निशान की तहकीकात करने की मांग की है।