फैक्ट फाइल-
-14 अगस्त को होगा मानव शृंखला का आयोजन
-12 बजे से एक घंटे तक दोपहर में होगा कार्यक्रम
-275 किमी लंबी शृंखला बनाने का लक्ष्य निर्धारित
-1 लाख से अधिक लोग मानव शृंखला में शामिल
मुख्यमंत्री करेंगी हेलिकॉप्टर से अवलोकन
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भी हेलिकाप्टर के जरिये मानव शृंखला का अवलोकन करेंगी। जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी एवं पोकरण विधायक शैतानसिंह राठौड़ ने भी कहा कि राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत करने के लिए पहली बार स्वाधीनता दिवस की पूर्व बेला पर सीमावर्ती जिलों में एक नवाचार के रूप में मानव शृंखला का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि जन-जन की भागीदारी, इसमें शामिल हो इसके लिए वे लोगों को अवश्य ही प्रेरित करेंगे। यूआईटी अध्यक्ष डॉ.जितेन्द्रसिंह ने भी जिस ग्राम पंचायतों में मानव शृंखला बन रही है, वहां के सरपंचों के साथ ही ग्राम विकास अधिकारियों एवं पटवारियों को कितने व्यक्ति लाने है। उसका लक्ष्य देने का सुझाव दिया।
5-5 किलोमीटर का बनाया जाएगा पेच
अतिरिक्त जिला कलक्टर वर्मा ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में देश भक्ति का संदेश देने के लिए बीकानेर की सीमा से शुरू होकर यह मानव शृंखला बाड़मेर सीमा तक आयोजित होगी। उन्होंने बताया कि मानव शृंखला के लिए 5-5 किलोमीटर का पेच बनाकर लोगों को मानव शृंखला के रूप में खड़ा किया जाएगा। बैठक में मानव शृंखला के दौरान की जाने वाली चिकित्सा, पानी एवं परिवहन व्यवस्थाओं पर भी विस्तार से समीक्षा की गई।
यहां से होगी शुरूआत
मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेश्वरलाल मीणा ने बताया कि बीकानेर सीमा से सटे जैसलमेर की सीमा 180 आर.डी. – भारमसर के शक्तिनगर से इस मानव श्रृंखला की शुरूआत होगी। यह मानव शृंखला मदासर, चिन्नू, अवाय, नाचना, मोहनगढ, काणोद, हमीरा, जैसलमेर शहर, डाबला, छोड, देवीकोट, फतेहगढ़ बाड़मेर सीमा तक आयोजित होगी। करीब 1 लाख से अधिक लोग मानव शृंखला बनाएंगे।
सीइओ होंगे नोडल अधिकारी
जिला कलक्टर ओम कसेरा ने 14 अगस्त को मनाएं जाने वाले शहादत को सलाम कार्यक्रम में जिले में मानव शृंखला बनाए जाने के संबंध में कार्यक्रम के संचालन के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जैसलमेर को जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भी हेलिकाप्टर के जरिये मानव शृंखला का अवलोकन करेंगी। जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी एवं पोकरण विधायक शैतानसिंह राठौड़ ने भी कहा कि राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत करने के लिए पहली बार स्वाधीनता दिवस की पूर्व बेला पर सीमावर्ती जिलों में एक नवाचार के रूप में मानव शृंखला का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि जन-जन की भागीदारी, इसमें शामिल हो इसके लिए वे लोगों को अवश्य ही प्रेरित करेंगे। यूआईटी अध्यक्ष डॉ.जितेन्द्रसिंह ने भी जिस ग्राम पंचायतों में मानव शृंखला बन रही है, वहां के सरपंचों के साथ ही ग्राम विकास अधिकारियों एवं पटवारियों को कितने व्यक्ति लाने है। उसका लक्ष्य देने का सुझाव दिया।
5-5 किलोमीटर का बनाया जाएगा पेच
अतिरिक्त जिला कलक्टर वर्मा ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में देश भक्ति का संदेश देने के लिए बीकानेर की सीमा से शुरू होकर यह मानव शृंखला बाड़मेर सीमा तक आयोजित होगी। उन्होंने बताया कि मानव शृंखला के लिए 5-5 किलोमीटर का पेच बनाकर लोगों को मानव शृंखला के रूप में खड़ा किया जाएगा। बैठक में मानव शृंखला के दौरान की जाने वाली चिकित्सा, पानी एवं परिवहन व्यवस्थाओं पर भी विस्तार से समीक्षा की गई।
यहां से होगी शुरूआत
मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेश्वरलाल मीणा ने बताया कि बीकानेर सीमा से सटे जैसलमेर की सीमा 180 आर.डी. – भारमसर के शक्तिनगर से इस मानव श्रृंखला की शुरूआत होगी। यह मानव शृंखला मदासर, चिन्नू, अवाय, नाचना, मोहनगढ, काणोद, हमीरा, जैसलमेर शहर, डाबला, छोड, देवीकोट, फतेहगढ़ बाड़मेर सीमा तक आयोजित होगी। करीब 1 लाख से अधिक लोग मानव शृंखला बनाएंगे।
सीइओ होंगे नोडल अधिकारी
जिला कलक्टर ओम कसेरा ने 14 अगस्त को मनाएं जाने वाले शहादत को सलाम कार्यक्रम में जिले में मानव शृंखला बनाए जाने के संबंध में कार्यक्रम के संचालन के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद जैसलमेर को जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।