सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के खातों में राशि जमा होना तथा जरुरतमंदों को कुछ नहीं मिलना व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। उचित आधार व प्रबंधन नहीं होने के कारण सहायता राशि भी हकदारों को नहीं नहीं मिली है।
मेरे पति प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत है। मेरे वर्षों पूर्व खोले गए जन-धन बैंक खाते में 2500 रुपए जमा होने की जानकारी मिली है। जिसके लिए कभी कोई मांग या आवेदन नहीं किया गया। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
-मीना जोशी, निवासी वार्ड संख्या 5, पोकरण
जो आपने बताया है, उसके बारे में अभी तक प्रशासन को किसी तरह की जानकारी नहीं है।
-अजय अमरावत, उपखंड अधिकारी, जैसलमेर