जैसलमेरPublished: Sep 02, 2023 07:05:23 pm
Deepak Vyas
ये पाहुणे रुठ गए तो कौन आएगा?
जैसलमेर. स्वर्णनगरी सहित सम आदि में पर्यटन को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाली लपकावृत्ति एक बार फिर जोर पकड़ रही है। पर्यटन सीजन का आगाज हो चुका है और जैसलमेर में जोधपुर और बाड़मेर की दिशा से आने वाले सैलानियों के साथ सम भ्रमण के लिए जाने वाले सैलानियों को विभिन्न होटलों और रिसोट्र्स के लिए काम करने वाले लपका तत्व सैलानियों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसके लिए जिम्मेदार होटल और रिसोट्र्स वाले यह नहीं समझते कि, ऐसा ही होता रहा तो कौन पर्यटक जैसलमेर घूमने आना पसंद करेगा? जैसलमेर में ट्रेन-बस के जरिए पहुंचने वाले सैलानियों के साथ निजी वाहनों से स्वर्णनगरी पहुंचने वाले पर्यटकों के लिए लपके बेइंतहा हैरान होते हैं। पिछले दिनों सम क्षेत्र में एक सडक़ हादसे में डेढ़ वर्षीय बालक की मौत होने और 15 जनों के घायल होने को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने यातायात विभाग को साथ लेकर सम सेंड ड्यून्स क्षेत्र में नियम विरुद्ध चलने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अभियान चलाया था। यह सक्रियता फिलहाल बंद है। पुलिस के सामने संकट रामदेवरा मेला का है। इसमें बड़ी संख्या में जैसलमेर से भी पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर भेजा जाता है। लपका तत्वों पर लगाम लगाने के लिए पिछले कुछ वर्षों से जैसलमेर पुलिस की ओर से चलाए जाने वाले ‘ऑपरेशन वेलकम’ के कारण अवश्य थोड़ी लगाम लगी थी, वह हालिया वर्षों में कम ही असर दिखा पा रहा है।
पहले वाली सख्ती अब नदारद
- जैसलमेर में लपका तत्वों के खिलाफ बीते कुछ वर्षों के दौरान पुलिस या पर्यटक सुरक्षा बल की कार्रवाइयां अब रस्मी तौर पर ही कभी कभार देखने को मिलती है।
- विगत में देशी-विदेशी सैलानियों को अपने-अपने होटल या रिसोर्ट में ले जाने के लिए रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म तक पहुंचे हुए भी देखे गए हैं।
- वैसे रेलवे स्टेशन से बाहर निकलते ही बड़ी तादाद में लपका तत्व सैलानियों को घेर लेते हैं। यही स्थितियां निजी बस स्टेंड पर देखने को मिलती है। उनसे बचने के लिए सैलानी उनसे कहते नजर आते हैं कि, वे होटल में ऑनलाइन बुकिंग करवाकर आए हैं। इसके बावजूद होटलों से जुड़े लपके उन्हें नहीं बख्शते।
- जैसलमेर भ्रमण पर आने वाले सैलानियों में से अधिकांश के सम सेंडड्यून्स भ्रमण पर जाने के मद्देनजर जैसलमेर-सम मार्ग पर लपकों की भरमार हो गई है।
- दामोदरा गांव के आगे बाइक पर सवार युवक तैयार खड़े रहते हैं। जैसे ही बाहरी नंबरों वाली कोई गाड़ी उन्हें नजर आती है, वे बाइक से पीछा करना शुरू कर देते हैं। बाइक पर 80 से 100 किमी. प्रतिघंटा की रफ्तार से पीछा करते देखकर सैलानी घबरा जाते हैं। गाड़ी रोकने पर बाइक सवार उन्हें अपने रिसोर्ट में चलने के लिए परेशान करते हैं। कनोई से लेकर सम सेंडड्यून्स तक के मार्ग में लपकों की संख्या और बढ़ जाती है।
- बीच-बीच में सम थाना पुलिस सक्रियता दिखाती है लेकिन अधिकांश समय तक वह निष्क्रिय नजर आती है और सम क्षेत्र में राजनीतिक कारणों से भी लपकागिरी और नियमों की धज्जियां उड़ाने वाली पर्यटन गतिविधियां परवान पर चढ़ी हुई दिखाई देती रही है।