चुनौती बड़ी, प्रयास नाकाफी
शिफ्टिंग सेंडड्यून्स के चलते जिले की पूरी सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को पूर्ण नहीं माना जा सकता। कुछ वर्ष पहले सीमा के उस पार से दो बच्चे खेल-खेल में रेत में दबी तारबंदी को पार कर भारतीय क्षेत्र में पहुंच गए थे।उस समय भी इस इलाके में सीमा सुरक्षा पर सवाल खड़े हुए थे। तब सीमा सुरक्षा बल के जिम्मेदारों ने जल्द प्रभावी इंतजाम करने का भरोसा दिलाया। रेत के टीलों के सरकने से तारबंदी के दब जाने की विकट समस्या से निपटने के लिए कई बार विशेषज्ञों ने क्षेत्र का दौरा किया है। उनकी ओर से सुझाए जाने वाले उपायों पर अमल करने में संभवत: सरकारी स्तर पर बरती जाने वाली ढिलाई आड़े आ रही है। इसी तरह से विगत वर्षों के दौरान जिले के ऐसे सीमा क्षेत्र में भी सीमा के उस पार से घुसपैठिये आने में कामयाब हुए हैं, जहां शिफ्टिंग सेंडड्यून्स की समस्या नहीं है तथा तारबंदी पूरी तरह से साबूत है। यह मसला सीसुब की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।
शिफ्टिंग सेंडड्यून्स के चलते जिले की पूरी सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को पूर्ण नहीं माना जा सकता। कुछ वर्ष पहले सीमा के उस पार से दो बच्चे खेल-खेल में रेत में दबी तारबंदी को पार कर भारतीय क्षेत्र में पहुंच गए थे।उस समय भी इस इलाके में सीमा सुरक्षा पर सवाल खड़े हुए थे। तब सीमा सुरक्षा बल के जिम्मेदारों ने जल्द प्रभावी इंतजाम करने का भरोसा दिलाया। रेत के टीलों के सरकने से तारबंदी के दब जाने की विकट समस्या से निपटने के लिए कई बार विशेषज्ञों ने क्षेत्र का दौरा किया है। उनकी ओर से सुझाए जाने वाले उपायों पर अमल करने में संभवत: सरकारी स्तर पर बरती जाने वाली ढिलाई आड़े आ रही है। इसी तरह से विगत वर्षों के दौरान जिले के ऐसे सीमा क्षेत्र में भी सीमा के उस पार से घुसपैठिये आने में कामयाब हुए हैं, जहां शिफ्टिंग सेंडड्यून्स की समस्या नहीं है तथा तारबंदी पूरी तरह से साबूत है। यह मसला सीसुब की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।
सरहदी क्षेत्रों में आबादी विस्तार के चलते नए लोगों की आवाजाही पर निगरानी को लेकर सीसुब की दिक्कतें बढ़ गई हैं। सीमा के दोनों ओर के लोगों का एक समान रहन-सहन, भाषा, पहनावा होने और दोनों देशों के सीमाई निवासियों के बीच नजदीकी रिश्तेदारियां होने से घुसपैठियों को मिलने वाले आश्रय का पता लगाना कठिन हो जाता है। सीमावर्ती जिले की सीआईडी बीआई की बंद चौकियों को अब तक शुरू नहीं करवाने से खुफिया तंत्र कमजोर हुआ है।
फैक्ट फाइल –
– 464 किलामीटर लंबी है जैसलमेर जिले से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा
– 32 किलोमीटर सीमा क्षेत्र शिफ्टिंग सेंडड्यून्स की समस्या से ग्रस्त
– 2018 तक पूरी सीमा को सील करने का लक्ष्य
– 464 किलामीटर लंबी है जैसलमेर जिले से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा
– 32 किलोमीटर सीमा क्षेत्र शिफ्टिंग सेंडड्यून्स की समस्या से ग्रस्त
– 2018 तक पूरी सीमा को सील करने का लक्ष्य