जानकारी के अनुसार जिले में जैसलमेर शहर और चुनिंदा बड़े कस्बों और गांवों यथा पोकरण, रामगढ़, मोहनगढ़, नाचना, रामदेवरा, म्याजलार, खुहड़ी, फतेहगढ़, झिनझिनियाली को छोडकऱ आसपास के सैकड़ों गांवों और ढाणियों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था ठप हो गई है। जिले में 30 प्रतिशत तक विद्युत फीडर तूफान के कारण ठप हो गए हैं और जलदाय विभाग की स्कीमों की बिजली सप्लाई रुक गई। जिसे सुचारू करवाने में डिस्कॉम के अधिकारी वरीयता से जुटे हुए हैं। उनके मुताबिक शनिवार देर शाम तक इसे दुरुस्त कर लिया जाएगा ताकि जलापूर्ति में व्यवधान नहीं आए। वैसे लम्बे-चौड़े क्षेत्रफल में सैकड़ों विद्युत पोल और लाइन डीपी के ध्वस्त होने से गांवों व कृषि कनेक्शनों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था को सुचारू बनाने में तीन दिन तक का समय लग सकता है।
इस बीच शुक्रवार रात्रि को अंधड़ के बाद हुई तेज बारिश के बाद कई घंटों तक बिजली आपूर्ति ठप हो जाने से जैसलमेर के बाशिंदे हैरान-परेशान हो गए। उन्होंने पूरी रात पसीने में तरबतर होकर निकाली। जिन घरों में इनवर्टर लगे हैं, उनकी बैटरियां भी दो-तीन घंटों में जवाब दे गईं। गीता आश्रम, कलाकार कॉलोनी, अम्बेडकर कॉलोनी, जैन भवन के आसपास और उससे जुड़े कई मोहल्लों में तो बिजली शनिवार सुबह 10 बजे तक लौटी। दूसरी ओर प्रसारण निगम व अमरसागर जीएसएस को दुरूस्त करने में संबंधित अभियंता और तकनीकी स्टाफ पूरी रात जुटे रहे।