जैसलमेरPublished: Oct 13, 2022 07:43:36 pm
Deepak Vyas
- कलात्मक विद्युत पोल से और निखरेगा शहर का हेरिटेज अंदाज
- सोनार दुर्ग के चारों ओर लगेंगी एलइडी लाइट्स
जैसलमेर. देश और दुनिया के हेरिटेज शहरों में शुमार स्वर्णनगरी जैसलमेर की सुनहरी आभा आने वाले दिनों में और बढ़ेगी। शहर के सौन्दर्यकरण कार्यों की कड़ी में जैसलमेर नगरपरिषद ने शहर के सभी अहम सडक़ मार्गों पर डिवाइडर पर बीते दो दशक से लगे खंभों को हटाकर उनकी जगह पर कलात्मक विद्युत पोल खड़े कर उनमें एलइडी लाइट्स लगाई जाएगी। ऐसे पोल वर्तमान में राजस्थान विधानसभा के सामने वाले मार्ग पर लगे हुए हैं। साथ ही शहर के ऐतिहासिक सोनार दुर्ग के चारों तरफ 350 नई एलइडी लाइट्स भी लगने वाली हैं। इन कार्यों पर कुल 253 लाख की लागत आएगी। इसके लिए संवेदक को कार्यादेश जारी कर दिया गया है। कलात्मक खंभों की कास्टिंग का कार्य पूर्ण हो गया है और संभवत: अगले माह से नए पोल व लाइट्स लगाने का कार्य शुरू हो जाएगा। ऐसे ही दुर्ग के चारों ओर लगने वाली लाइट्स आगामी दो सप्ताह में नगरपरिषद को प्राप्त हो जाएगी। ये लाइट्स 40, 70 और 120 वॉट की होंगी।
217 कलात्मक खम्भे लगेंगे
शहर के सौन्दर्यकरण की कड़ी में जगह-जगह लाइन से लेकर जहां-तहां पोल जर्जर हो जाने के कारण आए दिन विफल होने वाली रात्रि प्रकाश व्यवस्था को कलात्मक रूप देने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत रेलवे स्टेशन से गड़ीसर मार्ग, एयरफोर्स चौराहा से हनुमान चौराहा होते हुए विजय स्तम्भ तक के पूरे मार्ग पर डिवाइडर पर लगे खंभे बदले जाएंगे। ऐसे ही कलक्टर बंगला से रामगढ़ मार्ग पर स्थित सागरमल गोपा आवासीय योजना तक और एयरफोर्स मार्ग पर नए कलात्मक खंभों पर लगी लाइट्स से रात में प्रकाश बिखरेगा। तीनों जगहों पर कुल 217 पोल लगने हैं। ये पोल जयपुर में विधानसभा मार्ग पर लगे पोल जैसे होंगे। यहां लगने वाली लाइट्स 120 वॉट की होगी।
रोशन होगा सोनार किला
ऐतिहासिक सोनार किला को रात में रोशन करने के लिए उसके चारों तरफ एलइडी लाइट्स लगाने का कार्य भी हाथ में लिया गया है। यहां 350 लाइट्स से रात के समय सोनार दुर्ग रोशन होगा। गौरतलब है कि वर्ष 1995-96 में सबसे पहले दुर्ग के चारों ओर रात में उजाला करने के लिए फ्लड लाइट्स लगाई गई थीं। बीते वर्षों के दौरान कई लाइट्स खराब हो जाने अथवा लाइन में फॉल्ट आने से अंधेरा बना रहता है। उनकी जगह पर एलइडी लाइट्स के लगने से 40 प्रतिशत तक विद्युत भार में कमी आने की बात कही गई है। ऐसे ही शहर में भी नई लाइटिंग व्यवस्था से जगह-जगह जर्जर हो चुकी लाइन के कारण आए दिन छाया रहने वाला अंधेरा दूर होने की उम्मीद है। ऐसे ही वर्तमान में लगे खंभे काफी ऊंचे होने से पर्याप्त रोशनी सडक़ पर नहीं पडऩे की समस्या भी देखने में आ रही है।