पेयजल समस्या से ग्रामीण परेशान
डाबला ग्राम पंचायत के राजस्व गांव जोधा के खेतसिंह की ढाणी में गत 15 दिनों से पेयजल किल्लत बनी हुई है। ग्रामीण व पशुधन दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं । ग्रामीण मेहताबसिंह ने बताया कि नलकूप पिछले कई दिनों से बंद है। जानकारी के मुताबिक मंगलसिंह की ढाणी से पेयजल आपूर्ति होती हैं और जिम्मेदार संतोषजतनक जवाब नहीं दे रहे। ग्रामीण नरपतसिंह, पोकरसिंह, पोचराजसिंह, मेहताबसिंह आदि ने बताया कि गत दो महीनों से प्रशासनिक अधिकारियों के पास चक्कर लगाने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों को जोधा गांव से ट्रेक्टर की टंकी से महंगे दामों में पानी डलवाना पड़ रहा है।
डाबला ग्राम पंचायत के राजस्व गांव जोधा के खेतसिंह की ढाणी में गत 15 दिनों से पेयजल किल्लत बनी हुई है। ग्रामीण व पशुधन दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं । ग्रामीण मेहताबसिंह ने बताया कि नलकूप पिछले कई दिनों से बंद है। जानकारी के मुताबिक मंगलसिंह की ढाणी से पेयजल आपूर्ति होती हैं और जिम्मेदार संतोषजतनक जवाब नहीं दे रहे। ग्रामीण नरपतसिंह, पोकरसिंह, पोचराजसिंह, मेहताबसिंह आदि ने बताया कि गत दो महीनों से प्रशासनिक अधिकारियों के पास चक्कर लगाने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों को जोधा गांव से ट्रेक्टर की टंकी से महंगे दामों में पानी डलवाना पड़ रहा है।
एक घंटे तक व्यर्थ बहता रहा पानी
पोकरण. शहरी जलप्रदाय योजना के मुख्य हेडवक्र्स एमबी वेल पर निर्मित सीडब्ल्यूआर में रविवार को पानी ओवरफ्लो होकर बहने लगा। करीब एक घंटे में यहां सैंकड़ों लीटर शुद्ध पानी व्यर्थ बह गया। गौरतलब है कि एमबी वेल पर दो सीडब्ल्यूआर निर्मित है। रविवार को बीलिया हेडवक्र्स से यहां पानी की आपूर्ति हो रही थी। इस दौरान दोनों सीडब्ल्यूआर लबालब हो गए। कर्मचारियों की अनदेखी के चलते पानी ओवरफ्लो होकर व्यर्थ बहने लगा। करीब एक घंटे तक भी कर्मचारियों ने इस ओर नहीं देखा, जिससे सैंकड़ों लीटर शुद्ध पानी व्यर्थ बह गया। एक घंटे बाद कर्मचारियों को जानकारी मिलने पर बीलिया से पानी की आपूर्ति बंद करवाई गई।