दु:ख है तो सुख की महिमा है: सुबैदी
दु:ख है तो सुख की महिमा है: सुबैदी
जैसलमेर
Updated: April 14, 2022 08:29:54 pm
जैसलमेर. श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिवस गुरूवार को कथा वाचन में नंदोत्सव, गोवद्र्धन पूजा, छप्पन भोग कथा का वृतांत की व्याख्या विस्तार पूर्वक बताते हुए बताया कि मानव जीवन दु:ख व सुख समय चक्र के साथ चलते रहते है, लेकिन दु:ख है तो सुख की महिमा बढ़ जाती है। मानव जीवन में दु:ख आते है, तब वह हमेशा सुख की खोज में रहता है।
मीडिया प्रभारी प्रमोद जगाणी ने बताया कि आज की कथा का मुख्य प्रसंग नन्दोत्सव का आयोजन रहा। नन्द बाबा के रूप में आरसी व्यास तथा जसौदा मैया के वेश में दुर्गा व्यास मौजूद थे। गुरुवार को भारी संख्या में श्रद्धालु व्यास बगेची पहुंचे। समिति की ओर से सभी सदस्य बैठक व्यवस्था को सुचारू एवं बेहतरीन करने में लगे रहे तथा कूलर पंखों की माकूल व्यवस्था करके वृन्दावन धाम व्यास बगेची की शीतल व्यवस्था की गई। कृष्णा केवलिया व शरद व्यास ने बताया कि माखनचोर लीला में आकृति केवलिया ने कृष्ण भगवान किरदार में माखन की मटकी फोड़ माखन ग्वालो के साथ लुटाया तथा गोवर्धन पर्वत अपनी टिटोली पर उठाया। कथा का श्रवण करते हुए श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। आयोजन परिवार सदस्य नवीन व्यास अन्नू व्यास ने श्रीमद् भागवत कथा की पूजा अर्चना की। पूजा आराधना की। इस कथा के आरसी व्यास, सरदारमल सेवक, प्रेम व्यास, जगदीश व्यास, सुरेश व्यास, बृजवल्लभ बिस्सा, रामनिवास शर्मा आदि ने कथावाचक चंद्रदत सुबैदी का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। जगदीश व्यास ने बताया कि बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी पुरुष एवं महिलाओ ने कथा श्रवण का लाभ लिया। शुक्रवार को कथा वाचन में महारास, कंस वध, रूखमणी विवाह, रासलीला का वृतांत होगा।
आरती में आयोजन परिवार के आरसी व्यास, सुरेश व्यास, जगदीश व्यास, विवेक पुरोहित, रोहित पुरोहित, सुभाष पुरोहित, दुर्गा व्यास, रश्मि व्यास, निर्मला व्यास, कृष्णा केवलिया, सुनैना व्यास, पूजा पुरोहित, रंगोली, शालू, वंदना जगाणी, शकुंतला व्यास, मधुलता जगाणी, लता पुरोहित, सरोज थानवी एवं बड़ी संख्या में श्रदालुओं ने आशीर्वाद लिया। दुर्गा व्यास ने आगंतुकों का आभार जताया।

दु:ख है तो सुख की महिमा है: सुबैदी
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
