नाचना क्षेत्र में भडक़ा दावानल, हजारों पौधे स्वाह
-3 किमी लम्बाई तक पहुंची आग के सामाने बेबस साबित हुए संसाधन
नाचना (जैसलमेर). गांव से करीब पांच किमी दूर इन्दिरा गांधी मुख्य नहर 1254 आरडी पर वनपट्टी मे गुरुवार को सुबह करीब 10 बजे अचानक आग लग गई तथा देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। जिसके कारण वन विभाग के हजारो पेड़ पौधे जलकर राख हो गए। वन विभाग के पास आग बुझाने के पर्याप्त संसाधन नहीं होने से आग पर काबू पाना मुश्किल भरा काम साबित हो रहा था। आसपास के सेना के सीइटीसी कैम्प में सैनिक अभ्यास के दौरान आए जवानों ने आग बुझाने का कार्य शुरू किया, लेकिन आग के विकराल रूप इख्तयार करने से सभी प्रयास विफल नजर आने लगे तथा स्थिति को देखते हुए सेना के जवानों ने भी हाथ खड़े कर दिए। अपने अस्थाई कैम्प की सुरक्षा बंदोबस्त में जुट गए। पश्चिमी तेज हवा व आंधी के चलते आग ने अपना रास्ता पूर्व की तरफ बना लिया तथा 1254 आरडी से लगी आग की लपटें कुछ ही समय में 1251 आरडी की तरफ पहुंच गई। आग नाचना-पोकरण सडक़ मार्ग को पार करती हुई 1249 आरडी तक पहुंच गई।
चार घंटे तक नहीं पहुंची दमकल, न ही अधिकारी
आग लगने की घटना के करीब चार घंटे तक न तो कोई दमकल वाहन मौके पर पहुंचा, न ही प्रशासनिक अधिकारी। हालांकि वन विभाग के रेंजर सुभाष शर्मा तथा वनकर्मी अवश्य उपस्थित थे, लेकिन आग बुझाने क ा कोई साधन नहीं होने से वे लाचार नजर आए। आग की घटना की जानकारी जिला कलक्टर, उपखण्ड अधिकारी तथा अन्य सभी विभागों के अधिकारियों को दी गई, लेकिन अपराह्न तीन बजे तक कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
फैक्ट फाइल:-
– 10 बजे नहर की वनपट्टी के पास अचानक लगी आग
– 4 दमकलें जैसलमेर व पोकरण से पहुंची मौके पर
– 3 किमी लम्बाई व 200 मीटर चौड़ाई में फैली आग
– 9 घंटे की मशक्कत के बाद भी काबू में नहीं आई आग
उपनिवेशन विभाग नाचना के उपायुक्त डॉ.नरेन्द्र चौधरी मौके पर पहुंचे तथा जनप्रतिनिधियों से पानी के टैंकर की व्यवस्था करने के लिए दूरभाष पर वार्ता की, लेकिन कोई सहयोग नहीं मिला। करीब सवा दो बजे जैसलमेर से एक दमकल नाचना पहुंची तथा आग बुझाने का कार्य शुरू किया, लेकिन मात्र एक दमकल इस विकराल आग की लपटों के आगे बोनी साबित हो रही थी। बाद में यहां सेना की दमकल सहित पोकरण व अन्य जगहों से चार दमकल मौके पर पहुंची तथा आग पर काबू करने का प्रयास किया। आग की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयनारायण मीणा, पोकरण पुलिस उपाधीक्षक नानकसिंह, तहसीलदार हनुमानराम चौधरी पोकरण, विकास अधिकारी धनदान दैथा जैसलमेर, मोहनगढ थानाधिकारी महेन्द्रसिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष जुगलकिशोर व्यास सहित बड़ी संख्या में लोग यहां उपस्थित थे। देर शाम तक भी आग को बुझाने का प्रयास किए जा रहे थे।
पूर्व में भी लग चुकी है आग, दमकल की दरकार
गौरतलब है कि गत 17 मार्च को भी 1254 आरडी पर आग लगने की घटना हो चुकी है। जिसे बुझाने में सैनिकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। नाचना मुख्य नहर के आसपास वन विभाग के घने जंगल स्थित है तथा यहां बड़ी संख्या में पेड़ पौधे लगे हुए है। आग से हजारों पेड़ पौधे जलकर नष्ट हो जाते है। वन विभाग के पास आग पर काबू करने के पर्याप्त इंतजाम नहीं है। ऐसे में नाचना में दमकल की आवश्यकता महसूस की जा रही है, लेकिन प्रशासन की ओर से इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।