रेगिस्तान में भारतीय सेना ने आजादी के दिन लहराया जीत का परचम,चीन-रूस सहित सात देशों को छोड़ा पीछे
जैसलमेरPublished: Aug 15, 2019 07:51:08 pm
भारतीय सेना ने पाँचवे अंतर्राष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर प्रतियोगिता 2019 में जीत हासिल की। भारतीय सेना की टीम ने 06 अगस्त से 14 अगस्त 2019 तक जैसलमेर सैन्य स्टेशन में आयोजित 5 वीं अंतर्राष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता में बड़े पैमाने पर जीत हासिल की है। कुल आठ देश, आर्मेनिया, बेलारूस, चीन, कजाकिस्तान, भारत, रूस, सूडान और उज्बेकिस्तान की टीमों ने प्रतियोगिता में भाग लिया।
रेगिस्तान में भारतीय सेना ने आजादी के दिन लहराया जीत का परचम,चीन-रूस सहित सात देशों को छोड़ा पीछे
जैसलमेर.भारतीय सेना ने पाँचवे अंतर्राष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर प्रतियोगिता 2019 (5th International Army Scout Master Competition 2019) में जीत हासिल की। भारतीय सेना की टीम ने 06 अगस्त से 14 अगस्त 2019 तक जैसलमेर सैन्य स्टेशन में आयोजित 5 वीं अंतर्राष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता में बड़े पैमाने पर जीत हासिल की है। कुल आठ देश, आर्मेनिया, बेलारूस, चीन, कजाकिस्तान, भारत, रूस, सूडान और उज्बेकिस्तान की टीमों ने प्रतियोगिता में भाग लिया। भारतीय सेना ने पहली बार प्रतियोगिता में भाग लिया। टीम ने पिछले 10 महीनों से थार रेगिस्तान के कठोर मौसम और रेगिस्तान की परिस्थितियों में कड़ी प्रशिक्षण की। भारतीय सेना की टीम को दक्षिणी कमान के तत्वावधान में चुना और प्रशिक्षित किया गया। इस आयोजन के सुचारू और कुशल संचालन ने सभी प्रतिभागी टीमों और अंतर्राष्ट्रीय पैनल के जजों तथा सह-मेजबान, रूस ने प्रशंसा की । इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम का संचालन करने के लिए जैसलमेर सैन्य स्टेशन में विश्व स्तरीय बुनियादी ढाँचा बनाया गया। इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल्स के लिए एक चुनौतीपूर्ण बाधा कोर्स 15 बाधाओं के साथ 6.7 किलोमीटर की दूरी में बनाया गया था। स्काउट मास्टर्स टीमों के लिए एक और कठिन बाधा कोर्स 1.3 किलोमीटर की दूरी में 22 बाधाओं के साथ बनाया गया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 16 अगस्त को जैसलमेर में समापन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे, जिसमें जनरल बिपिन रावत, परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, युध सेवा मेडल, सेना मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल , ऐड-डी-कैम्प , थल सेनाध्यक्ष, लेफ्टिनेंट जनरल एस के सैनी, अति विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, जनरल ऑफिसर कमांडिंग दक्षिणी कमान, भाग लेने वाले राष्ट्रों के अधिकारी और अंतर्राष्ट्रीय आयोजन समिति के सदस्य शामिल होंगे।