चौपाल में दी क्षति को कम करने की जानकारी
जैसलमेरPublished: Oct 26, 2021 08:37:31 am
चौपाल में दी क्षति को कम करने की जानकारी
चौपाल में दी क्षति को कम करने की जानकारी
पोकरण. कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से क्षेत्र में फसल कटाई व थ्रेसिंग के दौरान होने वाली क्षति को कम करने के लिए किसान चौपाल का आयोजन किया गया। इन दिनों खरीफ की बाजरा, ग्वार, मूंग, तिल आदि फसलों की कटाई का कार्य किया जा रहा है। केन्द्र के शस्य वैज्ञानिक डॉ.केजी व्यास ने बताया कि फसलों में पोस्ट हार्वेस्ट क्षति करीब 30-35 प्रतिशत हो जाती है। जिसे किसान कम कर उत्पादन व आमदनी में इजाफा कर सकता है। उन्होंने खेती पर आने वाली लागत जैसे कटाई एवं गहाई फसल अवशेषों का समुचित प्रबंधन को अपनाकर कृषकों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने की बात कही। प्रसार वैज्ञानिक सुनील शर्मा ने खरीफ फसलों की उपजों को बेचने के लिए उचित विपणन के लिए ई-नाम मंडी के बारे में किसानों को विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने बताया कि ई-नाम एप पर पंजीकरण कर किसान क्षेत्र के समीप मंडी, उपज, मूल्य एवं बेचने की प्रक्रिया संबंधी जानकारी प्राप्त कर लाभ उठा सकते है। पशुपालन वैज्ञानिक डॉ.रामनिवास ने बताया कि दुधारू पशुओं में अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने के लिए उनके आहार में पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक चारा आवश्यक है। वर्ष के जिन महिनों में हरे चारे या घासों का अधिक उत्पादन होता है, उन महिनों में चारे को हे एवं साइलेज के रूप में संग्रहित कर वर्षभर पशुओं को पौष्टिक चारा उपलब्ध करवाया जा सकता है। कार्यक्रम में पोकरण ग्रामीण के निवासी कुल्लाराम, किशोरमल, तखताराम, रमण माली, नेहा, पुष्पा आदि उपस्थित रहे।