‘पत्रिका’टीम ने बुधवार दिन में जवाहर चिकित्सालय का जायजा लिया तो वहां ओपीडी के बाहर चार चिकित्सक मरीजों का इलाज कर रहे थे। बड़ी संख्या में हर आयुवर्ग के मरीज मौजूद थे।इनमें एक विदेशी भी था, जो चिकित्सकों को खुले में बैठा देखकर चौंक गया। बुधवार को षीतलहर के चलने से बुखार के पीडि़त मरीज कांपते नजर आए। सेवारत चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉ. भूपेंद्र बारूपाल ने बताया कि राज्य नेतृत्व के निर्देशानुसार ओपीडी कक्ष के बहिष्कार की तीन दिनों की अवधि अब समाप्त हो गई है। आगे इस संबंध में कोर कमेटी जो निर्णय करेगी, उसके हिसाब से कदम उठाया जाएगा।
जैसलमेर/पोकरण. मौसम के पलटवार का असर अब जिले के बाशिंदों की दिनचर्या पर भी देखने को मिल रहा है। सर्द हवाओं से बढ़ी ठिठुरन से जन-जीवन प्रभावित किया है, वहीं खानपान का जायका भी बदल दिया है। जैसलमेर में बुधवार को अधिकतम तापमान 23.3 व न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पश्चिमी-दक्षिणी भारत से उठे ओखी तूफान के बाद मौसम के बदले हालातों का असर पश्चिमी राजस्थान के साथ पोकरण कस्बे में भी देखने को मिल रहा है। ऐसे में गत दो दिनों से तेज ठण्डी हवाएं चल रही है। वहीं, आसमान में बादल छाए हुए है, जिससे पारा गिरता जा रहा है। तेज शीतलहर से साधारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो रहा है। बुधवार को सुबह से ही तेज सर्द हवाएं चल रही थी तथा आसमान में बादल छाए हुए थे। सुबह 10 बजे बाद सूर्य की किरणें निकली। दोपहर में तेज धूप निकलने से लोगों को राहत मिली, लेकिन सर्द हवाओं के कारण धूप भी बेअसर साबित हो रही थी। लोगों ने दीवारों की ओट में बैठकर, धूप में बैठकर तथा गर्म व ऊनी वस्त्र पहनकर सर्दी से बचने का जतन किया। शाम को सर्द हवाओं के चलते लोगों ने घरों की तरफ जल्दी प्रस्थान किया तथा बाजार सूने हो गए। सर्दी बढने के साथ ही मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या भी बढऩे लगी है।