जैसलमेर(पोकरण). जमीअत उलमा-ए-हिन्द की ओर से रविवार को अमन दिवस मनाया गया तथा राष्ट्रव्यापी अमन व शांति पैदल मार्च व सभा का आयोजन कर मुल्क में अमन, चैन, भाईचारे के लिए दुआ की है। राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर रविवार को जमीअत के प्रदेशाध्यक्ष कारी मोहम्मद अमीन के नेतृत्व में स्थानीय मदनी माध्यमिक विद्यालय से पैदल मार्च सुबह 11 बजे शुरू किया गया। जिसमें स्थानीय मदरसा इस्लामिया व मदनी माध्यमिक विद्यालय के छात्र छात्राओं के साथ मुस्लिम व अन्य समाजों के लोगों ने भाग लिया।शांतिमार्च में लोग अपने हाथों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा, जमीअत का झण्डा व हाथों में तख्तियां लिए हुए चल रहे थे। जिन पर मुल्क में अमन, चैन, शांति,भाईचारे, आपसी सद्भाव को बढ़ावा देने, नफरत को खत्म करने, मजहब के नाम पर राजनीति नहीं करने जैसे नारे लिखे हुए थे।यह शांतिमार्च सिपाहियों का मोहल्ला, सुभाष चौक, फोर्ट रोड, गांधी चौक, एको की प्रोल, जोधनगर, अस्पताल रोड,
जोधपुर रोड, अंबेडकर सर्किल,
जैसलमेर रोड, जयनारायण व्यास सर्किल, स्टेशन रोड होते हुए पंचायत समिति सांकड़ा कार्यालय के सामने स्थित मैदान में पहुंचा।
सभा का हुआ आयोजनजमीअत उलमा-ए-हिन्द के प्रदेशाध्यक्ष कारी अमीन की अध्यक्षता में पंचायत समिति सांकड़ा कार्यालय के बाहर स्थित खुले मैदान में सभा आयोजित की गई। सभा में मुख्य वक्ता मुफ्ती अब्दुल सलाम ने भारत को मर्यादा पुरुषोतम भगवान श्रीराम, कृष्ण, चिश्ती, सूफी, संत, महात्माओं, औलियों व गुरुनानक का देश बताया। उन्होंने कहा कि यहां प्रेम, मोहब्बत, आपसी सद्भाव का वातावरण रहा है। उन्होंने कहा कि 200 वर्ष की अंग्रेजों की गुलामी के बाद विभिन्न धर्म व समाज के लोगों की कुर्बानी व बलिदान की बदोलत मुल्क 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ, लेकिन अंग्रेजी हुकुमत की खुरापात व कुछ राजनेताओं की महत्वकांक्षा के चलते मुल्क के दो टुकड़े हुए। उन्होंने कहा कि देश का विभाजन राष्ट्र के लिए बहुत बड़ी समस्या है।उन्होंने कहा कि शहीद-ए-आजम भगतसिंह, अशफाकउल्ला, कैप्टन अब्दुल हमीद, महात्मा गांधी जैसे अनेक महापुरुषों ने अपना बलिदान दिया। उन्होंने प्रत्येक भारतीय को महापुरुषों, स्वतंत्रता सैनानियों व जमीअत उलमा-ए-हिन्द के रहनुमाओं के बलिदान को जिंदा रखने और लोकतंत्र की मजबूती के लिए आपसी प्यार व मोहब्बत के साथ रहकर आपसी भाईचारे को मजबूत करने की सीख दी। उन्होंने कहा कि देश में फिरका परस्त ताकतें धर्म, मजहब, सम्प्रदाय व आतंकवाद के नाम पर सीमाओं के बाहर व अंदर आपसी भाईचारे को खत्म कर मुल्क को कमजोर करने में लगी हुई है।उन्हें किसी भी हालात में कामयाबी नहीं मिले, इसके लिए प्रयास करने होंगे। उन्होंने सभी को आपस में मिल-जोल, आपसी भाईचारे व प्रेम मोहब्बत के साथ रहकर मुल्क के विकास को आगे बढाने की सीख दी। इस अवसर पर गुरुद्वारा दमदमा साहिब के सेवादार निछतरसिंह ने गुरुनानक साहब, पैगम्बर मोहम्मद साहब व महापुरुषों के बताए मार्गों पर चलकर देश में अमन एवं शांति को मजबूत करने की सीख दी। नगरपालिका अध्यक्ष आनंदीलाल गुचिया, पूर्व जिला प्रमुख अब्दुला फकीर, पार्षद विजय व्यास, मोहनलाल पालीवाल, सीताराम भोजक, बलवंतसिंह जोधा ने विचार व्यक्त किए। उन्होंने देश में निवास कर रहे सभी धर्म व मजहब के लोगों से आपसी प्यार व मोहब्बत के साथ रहने, एक दूसरे की मदद व सेवा करने, राष्ट्रभक्ति के साथ मुल्क की तरक्की में भागीदार बनने की सीख दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर धर्म व मजहब के खिलाफ धर्म की भावनाओं को आहत करने वाली टिप्पणी नहीं करने की सीख दी। पालिका उपाध्यक्ष शिवप्रताप माली, हरिवंश व्यास, मदरसा इस्लामिया के सदर-ए-मुदर्रिश अब्दुल हई, मौलवी रशीद मांगोलाई, हाफिज उभेदुल्ला, मौलाना अरशदअली आदि उपस्थित थे। इससे पूर्व मदरसे के तलबाओ ने देशभक्ति के गीत प्रस्तुत किए। सभा का संचालन मौलवी मोहम्मद इस्माईल ने किया। जमीअत के प्रदेशाध्यक्ष कारी अमीन ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया व मुल्क की तरक्की व आपसी भाईचारे के लिए दुआ की। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।
नाचना. जमीअत उलमा-ए-हिन्द के आह्वान पर स्थानीय मदरसा रहमानिया की ओर से रविवार को अमन दिवस मनाया गया। इस दौरान यहां पर शांति पैदल मार्च का निकाला गया। मौलाना कुतुबुदीन व मौलवी अब्दुल रहमान के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोगों ने मदरसे से पैदल मार्च शुरू किया। हाथों में तिरंगा व जमीअत का ध्वज एवं तख्तियां लिए लोग व मदरसे के छात्र बस स्टैण्ड, पुलिस थाना रोड, अस्पताल रोड, मुख्य चौक होते हुए मुस्लिम मुसाफिर खाने पहुंचे। यहां सभा का आयोजन किया गया। जिसमें मुस्लिम सहित अन्य समाजों के लोगों ने अपने विचार व्यक्त कर प्रेम, भाईचारे, सद्भाव को बढावा देने, देश के विकासमें भागीदार बनने की सीख दी।
भणियाणा. जमीअत उलमा-ए-हिन्द के आह्वान पर स्थानीय मदरसा हुसैनिया की ओर से अमन शांति मार्च का आयोजन किया गया। मदरसे से पैदल मार्च निकाला गया, जो गांव के मुख्य मार्गों से होते हुए मुख्य चौराहे पहुंचा। यहां रणवीरसिंह गोदारा के मुख्य आतिथ्य में सभा का आयोजन किया गया।सभा को संबोधित करते हुए गोदारा ने मुल्क की तरक्की में हिस्सेदार बनकर आपसी प्रेम, भाईचारे व सद्भाव को बढ़ावा देने की बात कही।इस अवसर पर जमीअत के जिला उपाध्यक्ष कारी मोहम्मद इस्माईल, मुफ्ती फजलुदी, मौलवी अयूब ने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में मौलवी इलमदीन, सेठ श्यामलाल राठी, रामलाल पालीवाल, मौलवी सईद आदि उपस्थित थे।