जिला कलक्टर ने की समीक्षा जैसलमेर. जैसलमेर जैसे दूर दराज तथा वृहद् भू भाग में फैले जिले के लिए न्याय आपके द्वार अभियान सरकार का जनता के लिए बेहतरीन तोहफा है तथा इसे लोगों को अधिकतम लाभ पहुंचा कर वरदान के रूप में परिणित करने का प्रयास होना चाहिए। नवनियुक्त जिला कलक्टर अनुपमा जोरवाल ने गुरूवार प्रात: कलेक्ट्रेट सभागार में विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ परिचयात्मक बैठक में अभियान के दौरान संवेदनषीलता के साथ कार्य करने की बात कही।इस मौके पर जिला कलक्टर जोरवाल ने कहा कि जैसलमेर के परिदृष्य के अनुरूप यह अभियान व्यवहारिक है क्योंकि यहां दूरियां अधिकतम है तथा आबादी छितराई हुई हैै। साथ ही जिला मुख्यालय की दूरी अधिक होने से लोग कई बार यहां तक नहीं पहुंच पाते है। इसलिए प्रषासन के पास अब मौका है कि लोगों के पास जाकर उनको राहत पहुंचा सके।
IMAGE CREDIT: patrika उन्होंने कहा कि राजस्व लोक अदालत षिविरों के दौरान यथासंभव जिला स्तरीय अधिकारी स्वंय मौके पर जाएं लेकिन किसी कारणवंष वे नहीं जा पाएं तो सक्षम अधिकारी को शिविर में उपस्थित रखें, जो कि लोगों के काम मौके पर ही कर सकें। उन्होंने न्याय आपके द्वार षिविरों के संबंध में संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शिविरों मे राजस्व के साथ अन्य विभागीय कार्यो को मौके पर ही निस्तारण कर अधिक से अधिक लोगों को राहत पहुंचाएं। उन्होंने शिविरों के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा किए जाने वाले कार्यो के लिए बनाई गई कार्य योजना की विस्तार से समीक्षा की एवं शिविरों का प्रभावी ढंग से संचालन राहत भाव से कार्य कराने को कहा।
जोरवाल ने कहा कि जैसलमेर में दूरियां अधिक है जो कि अपने आप में एक चुनौती है तथा सभी प्रमुख विभागों में संसाधनों की कमी है इसलिए यहां अति सक्रियता के साथ कार्य कर एक मिसाल पेश की जानी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि टीम वर्क के जरिए जैसलमेर में बेहतर परिणाम लाए जा सकते है। उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों को परस्पर सतत् संवाद कायम करने को कहा ताकि अन्तरविभागीय समस्याओं का त्वरित समाधान हो सकें। उन्होंने कहा कि समस्या के निराकरण के लिए इंतजार करने के बजाए सक्रियता से कार्य किया जाना चाहिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर केएल स्वामी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनुराग भार्गव, के साथ ही संबंधित विभागीय जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।