Video: तेज अंधड़ व तूफान से जनजीवन अस्त व्यस्त
जैसलमेरPublished: Mar 23, 2021 04:57:23 pm
विद्युत पोल, तारों, पेड़ों व सोलर प्लांट को हुआ नुकसान
Video: तेज अंधड़ व तूफान से जनजीवन अस्त व्यस्त
पोकरण. क्षेत्र में देर रात आए तेज अंधड़ व तूफान से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। दिनभर की हल्की आंधी के बाद रात साढ़े 11 बजे आसमान में धूल के गुब्बार छा गए और चारों तरफ रेत ही रेत छा गई। तेज आंधी व तूफान के कारण कई दुकानों व मकानों पर लगे टिन छप्पर उड़ गए। आंधी का दौर पूरी रात जारी रहा। जिसके कारण जनजीवन प्रभावित हुआ। आंधी के साथ ही कस्बे की विद्युत आपूर्ति भी बंद हो गई, जो देर रात दो बजे बाद सुचारु हुई। आंधी से कई जगहों पर विद्युत पोल व तारें भी टूट गई। जिससे कुछ जगहों पर विद्युत व्यवस्था लडख़ड़ा गई। पूरी रात आसमान में रेत के गुब्बार छाए रहे तथा तेज हवा चलती रही। जिससे तापमान में गिरावट हुई, लेकिन आंधी से आमजन का बेहाल हुआ। पूरी रात चली आंधी का असर सोमवार को भी दिनभर देखने को मिला। आसमान में रेत के गुब्बार छाए रहे। हालांकि रेत की परत व हल्के बादलों की आवाजाही से मौसम धूप छांव का बना रहा तथा तापमान में भी गिरावट महसूस की गई। दिनभर चली तेज आंधी के कारण आमजन को परेशानी हुई। देर शाम तक भी तेज आंधी का दौर जारी रहा। जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ।
विद्युत पोल, तारों, पेड़ों व सोलर प्लांट को हुआ नुकसान
बीती रात चली तेज आंधी के कारण मकानों व दुकानों के आगे लगे छप्पर व टिनशेड उड़ गए। जिससे लोगों को नुकसान हुआ। इसके अलावा विद्युत पोल व तारें टूट गई। जिससे बिजली व्यवस्था लडख़ड़ा गई। ग्रामीण क्षेत्रों में आंधी का असर तेज रहा तथा कई पेड़ व पौधे उखड़ गए। इसी प्रकार क्षेत्र में लगे सोलर प्लांट में भी नुकसान हुआ है। आंधी के कारण सौर ऊर्जा प्लेटें उखड़कर टूट जाने के कारण कंपनियों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
फसलें हो गई बर्बाद, किसान परेशान
इन दिनों खेतों में इसब, जीरा, चना, गेहूं आदि की फसलें पककर तैयार हो चुकी है। जिनकी कटाई का दौर भी शुरू हो चुका है। कई किसानों की ओर से फसलों की कटाई की जा चुकी है तथा खेतों में अनाज की ढेरियां लगी पड़ी है। आंधी के कारण किसानों की खेतों में पकी पकाई फसलों के पौधे उखड़ गए और अनाज मिट्टी में फस गया। कटाई कर रखी गई फसल आंधी केे साथ उड़ गई। जिससे किसानों की लाखों रुपए की फसलें बर्बाद हो गई।
ग्रामीण क्षेत्रोंं में भी यही हाल
नोख. क्षेत्र में रविवार की देर रात तेज आंधी के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। तेज आंधी के कारण कई जगहोंं पर पेड़ उखड़ गए। रेत के गुब्बार सोमवार को भी दिनभर आसमान में छाए रहे। इसी प्रकार नलकूपोंं व मुरबों पर काटकर रखी गई फसलों को हुए नुकसान से किसान चिंतित नजर आ रहे है। सोमवार को भी दिनभर आंधी का असर रहने से तापमान में गिरावट रही। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली।
नाचना. नहरी क्षेत्र में रविवार रात तेज आंधी के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। विशेष रूप से आंधी के कारण किसानों को खासा नुकसान हुआ है। रविवार देर रात आंधी के साथ आसमान में रेत के गुब्बार छा गए। आंधी के कारण खेतों में काटकर रखी गई ईसब, जीरा, चना, गेहूं आदि की फसल की ढेरियां बिखर गई तथा फसलेंं नष्ट हो गई। गौरतलब हैै कि नहरी क्षेत्र में फसल पकने के समय नहरों में पानी प्रवाहित नहीं करने से करीब 70 प्रतिशत फसल नष्ट हो चुकी थी। रही सही कसर बीती रात चली तेज आंधी ने पूरी कर दी। जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। इसी प्रकार आंधी के कारण गांव में दुकानों व छतोंं पर लगे टिनशेड उड़ गए। आंधी से रेत की परत जमा हो गई। जिससे सफाई को लेकर ग्रामीणों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। आंधी के साथ गांव की बिजली गुल हो गई, जो सोमवार को सुबह बहाल हुई। गांव के महाजन पाड़े में भी एक पेड़ टूटकर बीच रास्ते गिर गया। जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी हुई।
लाठी. गांव सहित आसपास क्षेत्र में रविवार देर रात चली तेज आंधी ने जमकर तबाही मचाई। तेज आंधी का दौर करीब 40 मिनट तक जारी रहा। लाठी के साथ धोलिया, भादरिया, रतन की बस्सी, चांधन, डेलासर, सोढ़ाकोर, लोहटा में आंधी के कारण कच्चे पक्के मकानों को नुकसान हुआ तथा दुकानों पर लगे टिनशेड उड़ गए। देर रात बंद हुई विद्युत आपूर्ति भी सोमवार को दोपहर सुचारु हो पाई। केरालिया निवासी जेठूसिंह पुत्र डूंगरसिंह के नलकूप पर कमरा भी ध्वस्त हो गया। इसी प्रकार आंधी के कारण क्षेत्र के नलकूपों व खेतों में पड़ी व खड़ी इसब, जीरा सहित विभिन्न प्रकार की फसलों को भी नुकसान हुआ है।