कच्चे रेतीले मार्गों से आवागमन हो रहा मुश्किल
लाठी. क्षेत्र के रतन की बस्सी जाने वाले मार्ग पर डामर सड़क का निर्माण नहीं करवाए जाने के कारण ग्रामीणों को कच्चे व रेतीले मार्गों से आवागमन करना पड़ रहा है। जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि लाठी से केरालिया गांव को जोडऩे वाली सड़क से रतन की बस्सी तक पक्की सड़क का निर्माण नहीं करवाया गया है। पांच किमी लम्बा मार्ग पूरी तरह से कच्चा व रेतीला होने के कारण आए दिन इनमें वाहन धंस जाते है। जिन्हें निकालने को लेकर खासी मशक्कत करनी पड़ती है। विशेष रूप से क्षेत्र के विद्यार्थी वाहनों से इस मार्ग से गुजरते है। इस दौरान वाहन के धंस जाने से उन्हें खासी परेशानी होती है तथा विद्यालय पहुंचने में भी देरी हो जाती है। ग्रामीणों ने सार्वजनिक निर्माण विभाग से यहां पक्की डामर सड़क निर्माण करवाने की मांग की है।
लाठी. क्षेत्र के रतन की बस्सी जाने वाले मार्ग पर डामर सड़क का निर्माण नहीं करवाए जाने के कारण ग्रामीणों को कच्चे व रेतीले मार्गों से आवागमन करना पड़ रहा है। जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि लाठी से केरालिया गांव को जोडऩे वाली सड़क से रतन की बस्सी तक पक्की सड़क का निर्माण नहीं करवाया गया है। पांच किमी लम्बा मार्ग पूरी तरह से कच्चा व रेतीला होने के कारण आए दिन इनमें वाहन धंस जाते है। जिन्हें निकालने को लेकर खासी मशक्कत करनी पड़ती है। विशेष रूप से क्षेत्र के विद्यार्थी वाहनों से इस मार्ग से गुजरते है। इस दौरान वाहन के धंस जाने से उन्हें खासी परेशानी होती है तथा विद्यालय पहुंचने में भी देरी हो जाती है। ग्रामीणों ने सार्वजनिक निर्माण विभाग से यहां पक्की डामर सड़क निर्माण करवाने की मांग की है।