जैसलमेर . द वल्र्ड रनिंग अकादमी की ओर से प्रदेश में
बीकानेर से
जैसलमेर तक महाराजा राजस्थान उल्ट्रा मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। इसमें इटली के 56 वर्षीय धावक अलबर्टो ने विजय हासिल की। उन्होंने 250 किमी का सफर 5 दिन में तय किया। इस मैराथन में इटली, फ्रांस, लेबनान, नावें व रवांडा के 14 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इनमें 3 महिलाएं शामिल थीं। मैराथन का समापन जैसलमेर के गड़सीसर तालाब पर हुआ।
अतिथियों का नवेन्दू तथा देरावरसिंह पिथला ने स्वागत किया तथा चिंसीया, लोरा व निकोलेता ने उन्हें स्मृति चिह्न भेंट किए। मुख्य अतिथि चैतन्यराजसिंह ने कहा कि इस तरह की मैराथन से जैसलमेर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। विशिष्ट अतिथि खेमेन्द्रसिंह जाम ने भविष्य में इस प्रकार के आयोजनों की आशा जताई। अध्यक्ष विक्रमसिंह ने विभिन्न देशों से आए धावकों को धन्यवाद अदा किया किया। उन्होंने मैराथन के निदेशक पावलो वार्गीनी को बधाई दी तथा यहां की सांस्कृतिक विरासत की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि गजनेर से जैसलमेर तक छह चरण में पूरी हुई मैराथन अलबर्टो ने 25.36 घंटा, इटली के निकोला ने 26.56 तथा नार्वे के फ्रोडलेन ने 28.46 घंटों में तय की। 150 कि.मी. लाइट रेस में रवांडा के जीन पीयर गटारा ने पहला स्थान प्राप्त किया।
ये थे प्रतिभागीमैराथन में अलबर्टो, मारियो, निकोला, चिंसीया, एलीजेन्ड्रो, जूजेफ, फ्रांको, लोरा, निकोलेता, गेटारा जंपेयर, डानीला डाना, फ्रांदे लैन, मुज्ञताफा अहमद तथा ग्रेग्रोरी तथा सहयोगी अनटोनियो, देनियल व नवेन्दु थे।
ये थे उपस्थित कार्यक्रम में देरावरसिंह रावलोत, उम्मेदसिंह, विजय बल्लाणी, गजेन्द्रसिंह सोढ़ा, अर्जुन शाह चाण्डक, शिवशंकर शर्मा, अनिल पंडित, प्रमोद व्यास, संजय वासू, नारायण पुरी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अलबर्टो, एलीजेप्ड्रो, मुस्तफा ने अपने अनुभव बताते हुए भविष्य में वापस आने की मंशा जताई। कार्यक्रम का अंग्रेजी में संचालन पूर्व मरुश्री विजय बल्लाणी तथा इटालियन में अनुवाद सजय वासु ने किया।