खेतो में हुई बंपर काचर मतीरे के साथ बाजरे की फसले,किसानो के चेहरे खुशी से खिले
जैसलमेरPublished: Oct 10, 2020 12:28:48 pm
– रामदेवरा सहीत आस पास के खेतो में हुई अच्छी फसले।
खेतो में हुई बंपर काचर मतीरे के साथ बाजरे की फसले,किसानो के चेहरे खुशी से खिले
रामदेवरा। कस्बे में इस साल अच्छा जमाना हुआ है। खेतो में जहा बाजरे की 11 फुट लंबी बाजरे की फसल लहरा रही है। वही खेतो में बाजरे की फसल के साथ मतीरे और काचर जैसे मारवाड के फल भी बहुतायत मात्रा में हुए है।
रामदेवरा के पास मावा,सादा,सूजासर,सरणायत,दूधिया,विरमदेवरा,आदि ग्रामीण क्षेत्रो में इस साल मानसून की समय पर अच्छी बरसात ने किसानो के चेहरे पर खुशी ला दी। किसानो के खेतो में बाजरे की अलावा मूंग,तिल,गवार,कपास के अलावा टिडशी,काचरे,मतीरे की फसल भारी मात्रा में हुई है। किसानो के खेतो में मतीरो और काचरे के इन दिनो ढेर लगे हुए नजर आ जायेगे।
सूखा कर सब्जी के लिये लेगे काम-
खेतो मे हुई देशी मतीरे,काचर और टिडसी के चलते किसानो के द्वारा इन दिनो काचर और टिडसी को जहा धूप में काट कर सूखाया जा रहा है। जिससे सूखी हुई टिडसी और काचर का साल भर में कभी भी सब्जी बनाने में प्रयोग लिया जा सकता है। वही मतीरे के बीज भी सूखा कर अगले साल खेतो में बोने के लिये रखने के बाद बचे बीजो को नमक के घोल में भीगोकर उसे सेकने के बाद खाने में प्रयोग लिया जाता है।
इनका कहना
हमारे खेतो में इस साल अच्छी फसल हुई है। काचर मतीरे की भी अच्छी उपज हुई है। काचर और टिडसी को सूखा कर उसको साल भर में कभी भी काम लिया जा सकता है। इन दोनो की सब्जी बडी लजीज बनती है।
– मगसिह चम्पावत,किसान,विरमदेवरा।
बाजरे की फसल इस साल अच्छी होने से किसानो में खुशी है। पिछले दस सालो में किसानो को इस साल की तरह उपज नही मिल रही थी। कोरोना प्रकोप के बावजूद भी किसानो के लिये सभी परिस्थिति फसलो के अनूकूल रही जिससे अच्छी फसल हुई है।
– सवाईसिह, किसान,एका गांव।